तीन दिन बाद खुला लालढांग बाजार, नहीं दिखी रौनक
बीरोंखाल बस दुर्घटना के बाद से बंद पड़ा था लालढांग का बाजार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: बीरोंखाल बस दुर्घटना के बाद से बंद पड़ा लालढांग का बाजार शुक्रवार को खुल गया। लेकिन , बाजार में किसी भी तरह की रौनक नहीं दिखाई दी। हर कोई अपनों की मौत से दुखी है।
बीते मंगलवार को पौड़ी के बीरोखाल-रिखणीखाल में बस हादसे में 32 लोगों की जान चली गई थी। इसमें 21 लोग हरिद्वार श्यामपुर के तीन गांवों के थे। जबकि अन्य लोग इन्हीं के रिश्तेदार थे। बारात लालढांग से गई थी। हादसे के बाद ही लालढांग का मुख्य बाजार पूरी तरह बंद था। आसपास के गांवों में भी मातम छा गया था। बीते गुरुवार को एक-एक कर 18 शवों का संस्कार किया गया था। हादसे के बाद बुधवार और गुरुवार को बाजार पूरी तरह बंद रहा था। ग्रामीणों ने फैसला लिया था कि जब तक अंतिम संस्कार नहीं हो जाता एक भी दुकान नहीं खुलेगी। दो दिन बाद शुक्रवार की सुबह बाजार खुला। लेकिन बाजार में पुरानी जैसी रौनक नहीं थी। कुछ ही लोग बाजार में जरूरी सामान की खरीदारी करने को पहुंचे थे। दूर-दराज से लालढांग के बाजार में दुकान चलाने आने वाले व्यापारी नहीं आए थे।