भारत की स्वतंत्रता में जनजातियों, आदिवासियों का अहम योगदान : प्रो. नेगी
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि के बिड़ला परिसर में जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गढ़वाल विवि के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. एमएस नेगी ने कहा कि देश के आदिवासियों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, धरोहर और उनके द्वारा राष्ट्र के निर्माण में दिए गए योगदान को आज याद करने का दिन है। कहा भारत की स्वतंत्रता में जनजातियों, आदिवासियों का अहम योगदान है।
एसीएल सभागार में आयोजित कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के एसोसिएट प्रो. डॉ. देवेंद्र सिंह ने कहा कि जनजातीय समाज के बारे में और अधिक जानने की जरूरत है। राजनीतिक विज्ञान विभाग के डा. राकेश नेगी ने कहा कि बिरसा मुंडा के योगदान से सीख लेने की जरूरत है तभी हम अपने समाज के लिए कुछ योगदान कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि जनजातीय लोग आज भी बिरसा मुंडा को अपना भगवान मानते है उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। जनजातीय गौरव दिवस पर आयोजित आयोजित भाषण प्रतियोगिता में बीएससी तृतीय सेमेस्टर की हिमांशी नौटियाल ने प्रथम, बीएससी तृतीय सेमेस्टर प्रियंका खत्री ने द्वितीय और बीएससी तृतीय सेमेस्टर के गणेश ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। मौके पर कार्यक्रम के संयोजक डॉ. महेंद्र बाबू, आयोजन समिति के सदस्य डा. हीरा लाल यादव, डा. कपिल पंवार, डा. लक्ष्मण कंडारी, राजेन्द्र सिंह, शोध छात्र सुनील सिंह, अमीषा शाह, शुरभि थपलियाल, तुषार, सुमित राज, ऋतुराज, प्रदीप शाह सहित आदि मौजूद थे।