पीएम से माली ने की 44 दिनों की मजदूरी दिलवाने की मांग, गणतंत्र दिवस पर मिला था विशेष आमंत्रण
नई दिल्ली, एजेंसी। गणतंत्र दिवस की परेड को देखने के लिए दर्शक दीर्घा की पहली लाइन में इस बार कई श्रमिकों को विशेष तौर पर आमंत्रित कर बिठाया गया था। सेंट्रल विस्टा परियोजना के निर्माण कार्य और इंडिया गेट के आसपास और कर्तव्य पथ के रखरखाव गतिविधियों में लगे कई श्रमिकों और मजदूरों को परेड में भाग लेने के लिए विशेष पास प्रदान किए गए थे। इनमें से एक पेशे से माली सुख नंदन भी थे। सुख नंदन पीएम मोदी (ळंतकमदमत क्मउंदके जव च्ड डवकप) को पास से देखकर काफी खुश तो हुए, लेकिन उन्होंने पीएम से अब एक खास अपील की है।
मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले के रहने वाले नंदन से प्रधानमंत्री मोदी ने बाड़े के करीब जाकर हाथ हिलाकर अभिवादन किया था, जिससे वे काफी खुश हैं। 44 वर्षीय माली ने कहा, मैं समारोह का हिस्सा बनकर खुद को भाग्यशाली महसूस कर रहा था। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे विशेष मेहमानों के बीच चुना जाएगा।ष्
माली से जब पूछा गया कि अगर उन्हें पीएम से बात करने का अवसर मिलता तो वे क्या पूछते। उन्होंने कहा, मेरे आखिरी ठेकेदार ने 44 दिनों के काम के लिए मजदूरी देने से इनकार कर दिया था और मैं अब पीएम मोदी से अनुरोध करूंगा कि वे मुझे मेरी मजदूरी दिलाने में मदद करें। बता दें कि नंदन पिछले दो महीने से इंडिया गेट स्थित बागवानी विभाग में कार्यरत थे। इससे पहले, वह एक ठेकेदार के तौर पर आंध्र भवन में कार्यरत थे।
नंदन अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ इंडिया गेट के पास अस्थायी टेंट में रहते हैं। माली ने कहा कि मेरे पास उपस्थिति रजिस्टर की एक प्रति है जो साबित करती है कि मैं उन 44 दिनों में मौजूद था, इसके बावजूद, ठेकेदार मेरा वेतन देने को तैयार नहीं है। नंदन ने कहा कि मैंने भी अब ठेकेदार का ब्रश कटर वापस करने से इनकार कर दिया है और उसे कहा है कि जब तक वह मेरा बकाया नहीं चुकाएगा, मैं ब्रश कटर वापस नहीं करूंगा।