कर्मचारी व अधिकारियों के हित में लागू हो पुरानी पेंशन
पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने सांसद के समक्ष उठाई समस्या
जयन्त प्रतिनिधि, कोटद्वार
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने पौड़ी पहुंचे गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत से मुलाकात कर पुरानी पेंशन बहाल करने को लेकर विस्तार से चर्चा की और ज्ञापन दिया। मोर्चा ने सांसद को नई पेंशन योजना से सेवानिवृत्त हो रहे कर्मचारियों की पीड़ा से भी अवगत कराया।
रविवार को पौड़ी पहुंचे गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत को मोर्चा के पदाधिकारियों ने बताया कि आज सेवानिवृत्त हो रहे कर्मचारियों के सम्मुख आर्थिक संकट के साथ साथ सामाजिक अस्तित्व का भी संकट उत्पन्न हो गया है। सेवानिवृत्त के बाद कर्मचारियों को 1 से 2 हजार पेंशन प्राप्त हो रही है। बताया कि 1 अक्टूबर 2005 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को जीपीएफ आधारित पुरानी पेंशन नहीं मिल रही है। जिससे उन्हें अपने पारिवारिक दायित्वों का निर्वहन करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों की उच्च शिक्षा, चिकित्सा, विवाह व जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्हें बैंक से लोन या ऋण लेने को मजबूर होना पड़ रहा है। कहा कि पुरानी पेंशन योजना एक सुलझी हुई योजना थी जिससे कर्मचारी सेवानिवृत्ति के बाद भी इन दायित्वों का निर्वहन बड़ी आसानी से कर लेता था। आज कर्मचारियों का पैसा प्राइवेट शेयर बाजार की योजना में लगाया जा रहा है जिसका भविष्य सुरक्षित नहीं है।प्रतिनिधिमंडल ने सांसद को अवगत कराया कि कई राज्यों में पुरानी पेंशन बहाल की जा रही है और कर्मचारियों को जीपीएफ आधारित पुरानी पेंशन का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने सांसद से अनुरोध किया कि आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व प्रधानमंत्री से इस संबंध में बात रखते कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ देने के लिए आग्रह करें। वहीं, सांसद ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि हमारी सरकार देश हित एवं कर्मचारी हित में लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने भरोसा दिया कि इस बात पर भी हमारे सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। इस मौके पर मोर्चा के प्रदेश सचिव सीताराम पोखरियाल, कार्यकारी अध्यक्ष जयदीप रावत, प्रदेश प्रवक्ता डा. कमलेश मिश्रा, जिला अध्यक्ष पौड़ी भवान सिंह नेगी, रेवती डंगवाल, जसपाल सिंह रावत आदि शामिल थे।