मोहल्ला पट्टी चौहान के लोगों ने ईओ को घेरा
काशीपुर। नाला निर्माण न होने से नाराज मोहल्ला पट्टी चौहान के लोगों ने नगर पालिका पहुंचकर ईओ का घेराव किया। इस दौरान उन्होंने हंगामा भी काटा। ईओ के एक हफ्ते में काम कराने के आश्वासन पर लोगों ने प्रदर्शन समाप्त किया। मोहल्ला पट्टी चौहान वार्ड नंबर-5 के पास बने तालाब में जलभराव होने से गंदा पानी लोगों के घरों में भर जाता है। इसके अलावा सांप और नेवले भी घरों में घुस रहे हैं। जिससे परेशान लोग पिछले कई सालों से जलभराव से निजात दिलाने की मांग रहे हैं। बीती 28 फरवरी को भी लोगों ने नगर पालिका आकर नाला निर्माण की मांग की थी। बावजूद इसके नाला नहीं बन सका। इससे मोहल्लावासियों का गुस्सा फूट गया। सोमवार को नाराज महिलाओं और पुरुषों नगर पालिका पहुंचकर ईओ शाहिद अली का घेराव किया। इस पर ईओ ने बताया माह नवंबर में नाला निर्माण का टेंडर हो चुका है। ठंड के कारण पानी में काम करना संभव नहीं था। कहा कि ठेकेदार को सात दिन का नोटिस देकर काम करने के निर्देश दिया है। सात दिन में काम न लगाने पर दूसरे ठेकेदार को काम दिया जायेगा। यहां सभासद मोहनी शर्मा, अनीता देवी, गायत्री, संगीता, गीता, चंद्रवती देवी, वीना देवी, रुमा, शकुंतला देवी, कुसुम, अरुणा, राधा, निधि, रोशनी, कुसुम देवी, मीना, सभासद सुभाष शर्मा, दयाराम शर्मा, अमित चौहान रहे।
ठेकेदार पर लगाये आरोप
जसपुर। घेराव के दौरान कई लोगों ने आरोप लगाया कि पालिका का ठेकेदार समय से काम पूरा नहीं कर पाता है। टेंडर प्रकिया के दौरान यह सबसे अधिक काम लेता है और काम करने पर नगर पालिका के पास पैसे का अभाव नहीं होने की बात कहकर टाल देता है।
छह साल पहले जमीन के बदले नाला बनवाने का हुआ था समझौता
जसपुर। छह साल पहले मोहल्ले के पानी की निकासी को तत्कालीन नगर पालिका बोर्ड और तालाब स्वामी रवि पधान के बीच समझौता हुआ था। जिसमें तय हुआ था मोहल्ले की पानी निकासी को तालाब में 100 मीटर लंबा नाला बनवाया जायेगा। इसके बदले या तो नगर पालिका रवि प्रधान को जमीन की कीमत दें या फिर उतनी कीमत की जमीन। तत्कालीन बोर्ड ने नाले की जमीन के बदले में रवि को दूसरी जमीन दी और दोनों ने जमीनों पर कब्जा कर लिया। साथ ही नगर पालिका बोर्ड ने पानी निकासी को नाला निर्माण प्रस्ताव पारित किया था। पालिका ने जिन जमीनों को नाले की जमीन के बदले लिया था। वह जमीनें बिक गई हैं, लेकिन नाला नहीं बन पाया।