उत्तराखंड

विभिन्न मांगों को लेकर बमसेफ कार्यकर्ताओं ने सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन

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हरिद्वार। बामसेफ के विभिन्न अफसूट संगठनों के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी विकास पटेल के आह्वान पर 11 सूत्री मांगों को लेकर चरणबद्घ देशव्यापी आंदोलन के समर्थन में सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया। इस अवसर पर बहुजन क्रांति मोर्चा के प्रदेश संयोजक भंवर सिंह ने ओबीसी की जाति आधारित जनगणना कराने, षि कानून वापिस कराने, ईवीएम के साथ लगी पेपर ट्रेल मशीन से निकलने वाली पर्चियो का 100 फीसदी मिलान कराने या फिर बैलेट पेपर से चुनाव कराने, एमएसपी गारंटी कानून बनाने, एनआरसी, एनपीआर, सीएए के विरोध, पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने। मध्य प्रदेश, उड़ीसा और झारखंड में पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण में सेपरेट इलेक्ट्रेट लागू कराने, लकडाउन में बनाए गए मजदूर विरोधी श्रम कानूनों को वापस लेने, जबरदस्ती दबाव बनाकर वैक्सीनेशन करने के विरोध, विकास, पर्यावरण संरक्षण एवं जानवरों के संरक्षण के नाम पर आदिवासियों को उनके जल, जंगल और जमीन से विस्थापित करने के विरोध में, राजस्थान के पाली में मूंछ रखने पर राज पुरोहितों द्वारा जितेंद्र मेघवाल की हत्या की घोर निंदा करते हुए मृतक के पीड़ित परिवार को एक करोड रूपए मुआवजा, एक सदस्य को सरकारी नौकरी, गवाह एवं पीड़ित परिवार को सुरक्षा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि सरकार उपरोक्त मुद्दों का समाधान नहीं करती है तो राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के समर्थन में 18 अप्रैल को भारत के 31 राज्यों के 563 जिलों में रैली प्रदर्शन और 25 मई को भारत बंद किया जाएगा। चमार वाल्मीकि महासंघ के जिला अध्यक्ष भानपाल रवि एवं बलवंत सिंह सैनी ने कहा कि आजादी के 75 साल बाद देश के 85 फीसदी मूलनिवासी बहुजन समाज के लोगों पर अत्याचारों के विरोध में बहुजन समाज को समाज के नेताओं एवं ईवीएम के खिलाफ ही मोर्चा खोलना होगा तभी बहुजन समाज पर किए जा रहे अत्याचारों पर रोक लग सकती हैं।

[pdf-embedder url=”https://dainikjayantnews.com/wp-content/uploads/2022/03/Project-2-1.pdf” title=”Project 2″]चीफ साहब मेहर सिंह ने कहा कि बहुजन समाज का शोषण करा रहे नेताओं के साथ-साथ बहुजन समाज के लोगों पर किए जा रहे अत्याचारों की सबसे बड़ी दोषी इलेक्ट्रिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) है। लोकतंत्र को बचाने के लिए ईवीएम के स्थान पर बैलेट पेपर से चुनाव कराने के लिए बामसेफ के अफसूट संगठन राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के समर्थन में अफसूट संगठन आखरी दम तक लड़ाई लड़ते रहेगें। धरना, प्रदर्शन, ज्ञापन देने वालों में रफल पाल कटारिया, रूपचंद आजाद एडवोकेट, बलवंत सिंह सैनी, आन्नेकी के पूर्व प्रधान नरेश कुमार, अरविंद मूलनिवासी, पूर्व प्रधानाचार्य मास्टर फूल सिंह, डा़राजकुमार, पास्टर सुरेंद्र कुमार, पास्टर दुलारे, शिवकुमार तेश्वर, जितेंद्र तेश्वर, सविता मूलनिवासी, कविता, जगपाल, राजेश बडकेर, संजीव बाबा, मीडिया प्रभारी धर्मेंद् पास्टर, मास्टर राजेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे। धरने की अध्यक्षता मेहर सिंह ने की संचालन भान पाल रवि ने किया।

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