100 फुट गहरी खाई में गिरी ट्रैक्टर-ट्राली, तीन की मौत और 34 घायल, सभी नवांशहर के रहने वाले
गढ़शंकर (पंजाब) , एजेंसी। पंजाब के नवांशहर के गांव परागपुर व मुबारिकपुर के श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्राली अनियंत्रित होकर गांव बस्सी में 100 फुट गहरी खाई में गिर गई। इस दुर्घटना में तीन महिलाओं की मौत हो गई और करीव 34 लोग घायल हैं। घायलों को हिमाचल प्रदेश के सयान अस्पताल बाथड़ी में प्राथमिक उपचार देने के बाद सिविल अस्पताल नवांशहर रेफर कर दिया है। बता दें कि अप्रैल में हुए दो हादसों में 10 लोगों की मौत हो गई थी और 31 से ज्यादा घायल हुए थे।
गांव परागपुर व मुबारिकपुर से 40 श्रद्धालु रविवार सुबह ट्रैक्टर ट्राली में सवार होकर श्री गुरु रविदास जी के तपोस्थल खुरालगढ़ साहिब में माथा टेकने आए थे। तपोस्थल में माथा टेककर चरन छो गंगा को जाते समय गांव बस्सी की पहाड़ियों में ट्रैक्टर ट्राली अनियंत्रित होकर पहाड़ी के नीचे करीब 100 फुट गहरी खाई में गिर गई।
सूचना मिलते ही वहां भारी संख्या में ग्रामीण और पुलिस चौकी प्रभारी लखबीर सिंह समेत अन्य पुलिस कर्मचारी पहुंचे। लोगों ने घायलों को खाई से निकालकर निकटवर्ती हिमाचल के सयान अस्पताल बाथड़ी पहुंचाया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया। सिविल अस्पताल नवांशहर में डाक्टरों ने भूपिंद्र कौर पुत्री हरबंस (23) निवासी मुबारिकपुर, महिंद्र कौर (60) पत्नी प्यारे लाल व सुखप्रीत कौर (19) पुत्री दविंद्र सिंह निवासी परागपुर, थाना काठगढ़, जिला नवांशहर को मृत बता दिया। वहीं कुलविंदर, महिला भागों व गुरमीत कौर को पीजीआई रेफर कर दिया गया है। ये सभी नवांशहर के गांव मुबारिकपुर के रहने वाले हैं।
वहीं नवप्रीत कौर (10), सीमा रानी (35), बबीता (10), पूनम (25), भोली (23), जसवीर कौर, शिंदो देवी, कुलविंदर कौर (35), सुनीता (32), भागो (60), शिंदो (32), हरदीप कौर (9), बलजीत कौर (60), परमवीर सिंह (10), लवप्रीत सिंह, पुनीत (15), शादी राम (46), रामपाल (25), नछत्तर सिंह (12), चमन लाल (27), हर्ष (21) समेत करीब 34 श्रद्धालु घायल हैं। इनका नवांशहर के सिविल अस्पताल में उपचार चल रहा है और उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
अप्रैल महीने में वैशाखी के अवसर पर माथा टेकने पहुंचे गांव गढ़ीमानसोवाल की पहाड़ी में श्रद्धालुओं की ट्रैक्टर ट्राली अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई थी। इस हादसे में तीन लोगों ने जान गंवाई थी। वहीं एक कैंटर अनियंत्रित होकर पैदल जा रहे श्रद्धालुओं पर चढ़ गया था। इसमें सात की मौत हो गई थी। दोनों दुर्घटनाओं में 31 लोग घायल भी हुए थे।