‘लालू-नीतीश कितनी भी 3-5 कर लें, लेकिन…’, रविशंकर का तंज- इंदिरा का विरोध करने वाले राहुल की शादी करा रहे
भागलपुर, एजेंसी। भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो पर हमला बोला। रविशंकर ने कहा कि लोकतंत्र लोकलाज से चलता है, लेकिन नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव ने लोकलाज त्याग दी है। दोनों खुद को जेपी का सिपाही कहना बंद करें।
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जेपी की अगुवाई में हुए आंदोलन में नीतीश और लालू को जेल में जाना पड़ा था। यही कारण था कि लालू प्रसाद ने अपनी बेटी का नाम मीसा रखा था। वहीं अब कुर्सी के लिए उन्होंने लोकलाज और सम्मान को त्याग दिया। इंदिरा गांधी की तानाशाही का विरोध करने वालों ने आज कांग्रेस से हाथ मिला लिया है। उनके पोते की शादी करा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पटना में पिछले दिनों कई पार्टियां विलाप करती नजर आई। हालांकि, इस दौरान वे किसी एक को अपना नेता नहीं चुन पाईं। बिहार में बिना दूल्हे की बरात निकाली गई। दो दिनों में ही पार्टियों के अलग-अलग बयान आने लगे हैं। मुस्लिम लीग को राष्ट्रवादी बताने और सर्जिकल स्ट्राइक पर उंगली उठाने वाली पार्टी को जनता देख रही है।
रविशंकर ने कहा, ”किसी ने ममता बनर्जी से यह नहीं पूछा कि पंचायत चुनाव में लोग नामांकन नहीं करा पाए। कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता मारे जा रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं का कत्लेआम हो रहा है। केरल में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की हत्या हो रही है। अवसरवादी स्वार्थी तत्व कहीं का रोड़ा कहीं का ईंट जोड़ रहे हैं, लेकिन देश बहुमत की सरकार चाहता है।”
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री बनने का सपना लालू प्रसाद, ममता बनर्जी, राहुल गांधी और नीतीश कुमार सभी देख रहे हैं। नीतीश कुमार से बिहार नहीं संभाल पा रहा है, वे देश क्या चला पाएंगे। बिहार में भ्रष्टाचार चरम पर है। हर रोज लूट, डकैती और हत्याएं हो रही हैं। पुल बनने से पहले ही ढह जा रहे हैं। विधि व्यवस्था चरमरा गई है। कुछ कंपनियों पर नीतीश सरकार मेहरबान हैं। गड़बड़ी करने पर भी काम दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लालू-नीतीश चाहे कितनी भी तीन-पांच कर लें, लेकिन प्रधानमंत्री नहीं बन सकते हैं। देश ईमानदार नेता चाहता है। सुशासन बाबू को बिहार में पहले सुशासन लाना चाहिए, तब आगे की सोचना चाहिए।