पीड़िता के दर्ज हुए मजिस्ट्रेटी बयान, विधायक पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार
देहरादून। विधायक महेश नेगी प्रकरण में मंगलवार को पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराया। महिला का आरोप है कि विधायक ने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। जिससे वह गर्भवती हो गई और एक बच्ची को जन्म दिया। पीड़िता पुलिस से विधायक और बच्ची के डीएनए का मिलान कराने की भी लगातार मांग करती आ रही है। वहीं, मजिस्ट्रेटी बयान की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद विधायक महेश नेगी पर गिरफ्तारी की तलवार भी लटकने लगी है।
अल्मोड़ा जिले की रहने वाली एक महिला द्वाराहाट सीट से भाजपा विधायक महेश नेगी पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। महिला का आरोप है कि दुष्कर्म के बाद उसे एक बच्ची भी हुई, जिसके जैविक पिता विधायक ही हैं। वहीं, विधायक की पत्नी की ओर से इस मामले में महिला पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हुए नेहरू कालोनी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस मामले की जांच सीओ सदर अनुज कुमार कर रहे हैं। जबकि, दुष्कर्म के मामले की जांच डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने एसआइएस यानी विशेष जांच प्रकोष्ठ को सौंपी है। इसी क्रम में पिछले दिनों एसआइएस ने महिला के बयान लिए थे, उस दौरान महिला ने रिकर्डिंग किए जाने वाले सिस्टम के सामने बयान देने से मना कर दिया था। उसने बोलकर पुलिस के सामने बयान दर्ज कराया था। अब मजिस्ट्रेटी बयान होने के बाद पुलिस की विवेचना में तेजी आने की उम्मीद तो है ही साथ ही विधायक की गिरफ्तारी की संभावना भी बढ़ गई है। प्रकरण की विवेचना की जा रही है। मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान की प्रक्रिया पूर्ण हो गई है। विवेचना में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार विधिक कार्रवाई की जाएगी।