आज से गुलजार होगा चार यात्रा मार्ग, एसओपी जारी
देहरादून। ब्ींतकींउ ल्ंजतं 2021 उत्तराखंड में 18 सितंबर यानी कल से चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी। इसके लिए पर्यटन विभाग ने एसओपी भी जारी कर दी है, जिसके मुताबिक श्रद्घालुओं के लिए पंजीकरण और ई-पास अनिवार्य किया गया है। इसके साथ ही कोविड वैक्घ्सीन की दोनों डोज या कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट भी जरूरी है। आंध्र, महाराष्घ्ट्र और केरल से आने वाले श्रद्घालुओं के लिए वैक्घ्सीन की दोनों डोज के बावजूद कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट साथ लाना जरूरी है। आपको बता दें कि बदरीनाथ में प्रतिदिन 1000, केदारनाथ में 800, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री में 400 श्रद्घालुओं को दर्शन की अनुमति दी गई है।
चारधाम यात्रा के संबंध में हाई कोर्ट के फैसले के बाद अब प्रदेश सरकार यात्रा की तैयारियों में जुटी रही। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देर रात ट्वीट कर कहा कि चारधाम यात्रा 18 सिंतबर से शुरू होगी। पर्यटन विभाग ने इस सिलसिले में शुक्रवार को एसओपी भी जारी कर दी है। इस बीच मुख्य सचिव डा एसएस संधु ने भी पर्यटन समेत यात्रा से जुड़े विभिन्न विभागों और देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक कर चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करने के साथ ही आवश्यक निर्देश दिए।
पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज के अनुसार चारधाम यात्रा के लिए पर्यटन विभाग और देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने तैयारियां पहले से ही की हुई हैं, मगर अब इन्हें अंतिम रूप दिया जा रहा है, ताकि जल्द से जल्द चारधाम यात्रा शुरू हो सके।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा से रोक हटाने के उच्च न्यायालय के फैसले का मैं स्वागत करता हूं। इस मामले में सरकार ने पहले सुप्रीम कोर्ट से एसएलपी वापस ली और फिर उच्च न्यायालय में दरख्वास्त दी। अब अदालत के दिशा-निर्देशों के अनुरूप कोविड की गाइडलाइन का पालन करते हुए जल्द चारधाम यात्रा शुरू की जाएगी। सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब के कपाट 18 सितंबर से श्रद्घालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। एक दिन में एक हजार यात्री ही धाम के दर्शन कर सकेंगे। हेमकुंड ट्रस्ट ने यात्रा को लेकर अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं।