देश भक्ति सभी प्रकार की भक्तियों में सर्वश्रेष्ठ : धामी
मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय अमृत कलश यात्रा में किया प्रतिभाग
जयन्त प्रतिनिधि।
देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को हिमालयन संस्कृति केन्द्र, निम्बूवाला, गढ़ी कैंट में ‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम के अन्तर्गत राज्य स्तरीय ‘अमृत कलश यात्रा’ में प्रतिभाग किया। मेरी माटी मेरा देश अभियान के अन्तर्गत दिल्ली में देश भर से लाये गये अमृत कलशों का सांस्कृतिक कार्यक्रमों के द्वारा भव्य स्वागत किया जाएगा। अमर शहीदों की वीरता की अटूट विरासत कों समेटकर भविष्य की प्रेरणादायी नींव रखने के उद्देश्य से कर्तव्य पथ पर वृहद कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक राष्ट्र तभी महान बनता है, जब उसके नागरिकों के मन में अपने देश, अपनी संस्कृति, अपनी परंपरा और अपने सामथ्र्य पर पूर्ण विश्वास एवं गर्व का भाव होता है। हमारी देवभूमि, वीरों की भूमि है, बलिदानियों की भूमि है, और ये बात हमारे सैनिकों ने अब तक हुए सभी युद्धों में सिद्ध की है। उन्होंने कहा कि देश भक्ति सभी प्रकार की भक्तियों में सर्वश्रेष्ठ है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में हमें “मेरी माटी, मेरा देश” अभियान के तहत उन वीरों की वंदना करने का अवसर प्राप्त हुआ है, जिन्होंने देश की माटी की खातिर अपने प्राणों की आहुति दे दी। इस महाभियान में सबने अपनी भागीदारी निभाई है। जिसका परिणाम है कि “अमृत कलश यात्रा” में देवभूमि के सुदूरवर्ती अंचलों के 95 विकासखण्डों व 101 नगर-निकायों से 192 तथा नेहरू युवा केंद्र से 166 स्वयं सेवक उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह कलश यात्रा अमर शहीदों के त्याग एवं बलिदान को हमारे मस्तिष्क में चिरस्थाई रखने के उद्देश्य से संपूर्ण देशभर में “मेरी माटी मेरा” देश महाभियान के अंतर्गत चलाई जा रही है। इस यात्रा के तहत अमर शहीदों की तपोभूमि की मिट्टी को अमृत कलश में दिल्ली स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक तक पहुंचाया जा रहा है। अमृत कलश यात्रा के तहत देशभर से 7500 कलशों में आने वाली मिट्टी और पौधों को मिलाकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास ’अमृत वाटिका’ बनाई जाएगी। इस अवसर पर सांसद श्रीमती माला राज्यलक्ष्मी शाह, विधायक खजानदास, सुरेश सिंह चौहान, उपाध्यक्ष, उत्तराखण्ड संस्कृत साहित्य एवं कला परिषद श्रीमती मधु भट्ट, अध्यक्ष कृषि उत्पादन एवं विपणन बोर्ड (मंडी) अनिल डब्बू, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, सचिव एच.सी. सेमवाल, निदेशक संस्कृति सुश्री बीना भट्ट, आईटीबीपी और एसएसबी के अधिकारी उपस्थित थे।
देवभूमि आध्यात्मिक, चिन्तन एवं साधना का प्रमुख केन्द्र
देहरादून : संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि आजादी के अमृतकाल का यह वर्ष देश की संप्रभुता, एकता, अखंडता एवं सशक्त भारत की परिकल्पना को साकार करते हुए विश्व पटल पर एक महाशक्ति के रूप में उभरकर सामने आया है। देश आज जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सक्षम एवं दूरदर्शी नेतृत्व के कारण तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर हो रहा है, वहीं आज पूरा देश एकजुट होकर आजादी का अमृत महोत्सव अभियान से प्रत्येक घर और व्यक्ति को जोड़कर अखण्ड भारत की छवि एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को विश्व मंच पर लाने का प्रयास भी बेहद सफल रहा है। पूरे वर्ष भर आजादी का अमृत महोत्सव पूरे देश भर में हर्षोल्लास से मनाया गया। इसी अभियान के अन्तर्गत देश के लिये अपना बलिदान देने वाले करोड़ों वीरों को नमन करने एवं उनके प्रति समर्पित भाव से सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिये मेरी माटी मेरा देश एक जन अभियान का रूप ले चुका है, जो हमें देश के प्रति अटूट आस्था एवं समर्पण को प्रदर्शित करता है। देवभूमि उत्तराखण्ड अनादिकाल से आध्यात्मिक, चिन्तन एवं साधना का प्रमुख केन्द्र रहा है तो वहीं इस भूमि को वीर भूमि के नाम से भी जाना जाता है।