राशिसं ने किया शैक्षिक सत्याग्रह शुरू
देहरादून। राजकीय शिक्षक संघ ने मंगलवार से अपना शैक्षिक सत्याग्रह शुरू कर दिया। शिक्षक केवल स्कूल में पढ़ाई कराएंगे। बीएलओ ड्यूटी़ विभागीय प्रशिक्षण, कार्यशाला, खेल महाकुंभ, बाल गणना एवं अन्य विभागो के कार्य करने से शिक्षकों ने इंकार कर दिया। मंगलवार को संघ अध्यक्ष राम सिंह चौहान और महामंत्री रमेश चंद्र पैन्यूली ने सभी निर्देशों का सख्ती को पालन करने के निर्देश दिए। जो भी शिक्षक उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी। चौहान ने कहा कि 17 नवंबर से हर हालत में शिक्षक प्रभारी प्रधानाचार्य का चार्ज छोड़ देंगे। बोर्ड रिजल्ट खराब होने पर उच्च अधिकारियों ने शिक्षकों के खिलाफ काफी उत्पीड़नात्मक कार्रवाई की हैं। इसलिए अब शिक्षक केवल पढ़ाने का काम ही करेंगे। यदि पढ़ाई के अलावा किसी अन्य कार्य के लिये किसी भी स्तर के शिक्षा अधिकारी के द्वारा शिक्षकों पर दबाव बनाया गया तो उस अधिकारी के खिलाफ नामजद मुकदमे कराए जाएंगे। दीवाली के बाद सभी शिक्षक पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को अपनी भावनाओं से वाकिफ कराने के लिए पोस्टकार्ड अभियान टेड़ेगे।
शिक्षकों की मांगों पर कार्यवाही जारीरू तिवारी
देहरादून(आरएनएस)। डीजी-शिक्षा बंशीधर तिवारी ने शिक्षकों को आश्वस्त किया कि उनकी मांगों पर कार्यवाही की जा रही ही है। शिक्षक आंदोलन को वापस लें। संपूर्ण विभाग का एकमात्र लक्ष्य प्रदेश के बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा मुहैया कराना है। सभी सामुहिक रूप से इसके लिए प्रयास करें।