भारत ने विश्व को दिया एक धरती, एक परिवार और एक भविष्य का नारारू भट्ट
हरिद्वार। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि हमारे गुरुजनों ने वसुधैव कुटुम्बकम का जो ध्येय वाक्य दिया था, आज पूरी दुनिया उस पर अमल कर रही है। हाल ही में हुए जी-20 सम्मेलन से भारत ने एक धरती, एक परिवार और एक भविष्य स्लोगन विश्व को दिया है। विश्व में कहीं भी कोई घटना घटित होने के बाद सबकी निगाह भारत पर टिक जाती है। उन्होंने स्वामी अवधेशानंद गिरि को मानवता का पाठ पढ़ाने वाला संत बताया। भट्ट ने कहा कि स्वामी अवधेशानंद गिरि वाणी संयम की प्रतिमूर्ति हैं। हमारा सौभाग्य है कि हमें इतने विद्वान संतों को सुनने का अवसर मिल रहा है। उत्तराखंड की विधानसभा अध्यक्षातु खंडूड़ी ने कहा कि स्वामी अवधेशानंद गिरि भारत की सनातन संस्ति के मुख्य स्तंभ हैं। साधु समाज के आदर्श हैं। हम सबको उचित मार्ग दिखाने वाले प्रकाश पुंज हैं। यदि समाज को नई दिशा देनी है और दशा बदलनी है तो नई पीढ़ी के युवाओं से जुड़ना होगा। स्वामी अवधेशानंद इस कार्य को लगातार कर रहे हैं। वह ज्ञान, विज्ञान से धर्म तक की बातें कर समाज को नई दिशा दे रहे हैं। जब आचार्य स्वामी अवधेशानंद कहते हैं कि हमें बेटी, पत्नी का सम्मान करना चाहिए। जब आचार्य कहते हैं मां गुरु है बहुत ही खुशी मिलती है।