कोटद्वार में हुई 12 लाख की साइबर ठगी के आरोपी को लैंसड़ौन पुलिस ने किया गिरफ्तार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। लैंसडौन पुलिस ने 12 लाख की ऑनलाइन ठगी मामले में एक अभियुक्त को देहरादून से गिरफ्तार कर लिया है। लैंसडौन कोतवाली के उप निरीक्षक अशोक सिरसवाल ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे न्यायायिक हिरासत में भेज दिया है। वहीं अन्य आरोपी की धरपकड़ के लिए पुलिस टीम लगातार प्रयास कर रही है। वर्ष 2018 में कोतवाली कोटद्वार में बारह लाख की ऑनलाइन ठगी का मुकदमा दर्ज कराया गया था।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेन्द्र बिष्ट ने बताया कि पदमपुर कोटद्वार निवासी बृजमोहन ने वर्ष 2018 में फेसबुक पर एक अज्ञात व्यक्ति जिसकी आईडी पर महिला की फोटो लगी हुई थी, उसने उक्त व्यक्ति से महिला जानकर दोस्ती कर ली। जिसके बाद उक्त व्यक्ति के झांसे में आकर पदमपुर कोटद्वार निवासी ने अलग-अलग खातों में 12 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। जब बृजमोहन को पता लगा कि उक्त व्यक्ति उसे झांसे में लेकर उसके सारे पैसे हड़पने की फिराक में है तो उसने इसकी शिकायत कोटद्वार कोतवाली में की। शिकायत पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 406, 420 व 66 आईटी एक्ट में मुकदमा पंजीकृत कर लैंसडौन कोतवाली को जांच सौंप दी थी। लेकिन तब से अब तक अभियुक्त पुलिस की पकड़ से दूर था। जांच के दौरान पुलिस टीम को पता चला कि अभियुक्त देहरादून में दिखाई दिया था। जिसके बाद पुलिस टीम ने आरोपी को देहरादून से गिरफ्तार किया है। गत मंगलवार को देर सांय गुमखाल चौकी प्रभारी अशोक सिरसवाल व कांस्टेबल अमित ने ऑनलाइन ठगी मामले में वांछित चल रहे अभियुक्त अजय सिंह कठैत उर्फ अज्जू पुत्र रार्य ंसह कठैत निवासी ग्राम मींग, तहसील मींग गदेरा थाना थराली जनपद चमोली हाल निवासी बसुंधरा विहार ब्राह्राणवाला रांचीपुरा पटेलनगर देहरादून को देहरादून से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। लैंसडौन कोतवाली प्रभारी निरीक्षक संपूर्णानंद गैरोला ने बताया कि मामला साईबर ठगी का होने के कारण पूरी जानकारी बताना अभी सही नहीं है, क्योंकि कुछ अन्य अभियुक्तों की अभी गिरफ्तारी होनी है। सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी होने पर जानकारी साझा की जाएगी।