पांच सूत्रीय मांगों को लेकर आशा कार्यकत्रियों का धरना
रुद्रपुर। उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन के आह्वान पर आशा कार्यकत्रियों ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार को अस्पताल गेट पर धरना दिया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि आशाएं विभाग के सभी अभियानों और सर्वे में लगाई जाती हैं। गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशु की सेवा से शुरू करते हुए आज आशा वर्कर्स को सारे काम करने पड़ रहे हैं, लेकिन आपकी सरकार आशाओं को न्यूनतम वेतन तक देने को तैयार नहीं है। आशाओं को उनके काम के अनुरूप पैसा मिलना तो दूर वादा किया गया पैसा भी नहीं मिल रहा है। आशाओं की लगातार ट्रेनिंग चलती रहती हैं, लेकिन ट्रेनिंग में देने वाला पैसा इतना भी नहीं होता कि दूर दराज से आने वाली आशाएं अपना किराया भाड़ा भी दे सकें। उन्होंने सीएम को मांग पत्र भेजते हुए आशाओं को मासिक मानदेय नियत करने, डीजी हेल्थ की ओर से आशाओं के मानदेय को लेकर बनाए गए 2021 के प्रस्ताव को लागू करने, आशाओं को विभिन्न मदों के लिए दिए जाने वाले पैसे कई कई महीनों तक लटकाने के स्थान पर अनिवार्य रूप से हर महीने देने, आशाओं को ट्रेनिंग व पल्स पोलियो अभियान के दौरान प्रतिदिन पांच सौ रुपए का भुगतान करने की मांग की। सरमीन, अनुराधा, विजय लक्ष्मी, इन्द्रावती, रहीमा, उमेश देवी, आशा रानी, मोहिनी देवी, संजू यादव, दीपा राना, प्रेमा देवी, राखी दवी, सीता देवी, जोगेंद्र कौर, राधा देवी, मंजू राय मौजूद रहीं।