वैज्ञानिक तकनीकी से खेती कर अधिक आय र्अिजत कर सकते हैं किसान
चमोली। जिला भेषज संघ मुख्यालय गोपेश्वर कोठियालसैंण में जनपद चमोली के कृषकों के लिए आत्मा परियोजना के तहत एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। शिविर में जिला भेषज संघ के अध्यक्ष सत्येंद्र असवाल ने कहा कि भेषज संघ 1977 से आज तक कृषकों को जड़ी-बूटियों का कृषिकरण करने से लेकर किसानों की आय को दुगनी करने में कारगर साबित हुआ है। वर्तमान समय में राज्य सरकार द्वारा प्रवासियों के लिए कृषिकरण एवं जड़ी-बूटी के उत्पादन के लिए एक लाख रुपए का अनुदान राशि दी जा रही है। जड़ी-बूटी शोध संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. सीपी कुनियाल ने जड़ी बूटियों के कृषिकरण के लिए काश्तकारों को वैज्ञानिक विधियों की जानकारी दी। भारतीय जनता पार्टी जिला अध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट ने कहा कि जनपद चमोली उच्च हिमालयी क्षेत्र होने के कारण यहां पर जड़ी बूटी के कृषिकरण से किसान अपनी र्आिथकी को मजबूत कर सकते हैं। जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सहकारी बैंक जनपद चमोली के सभी बेरोजगारों को जड़ी बूटी से कृषिकरण करना चाहते हैं उन्हें आत्मनिर्भर भारत एवं मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से जुड़कर स्वरोजगार प्राप्त कर सकते हैं। विकासखंड घाट के कृषक विक्रम सिंह ने कहा कि हम विगत 20 वर्षों से जड़ी बूटी कृषिकरण कर रहे हैं और पारंपरिक खेती में कृषिकरण करने से उतना लाभ नहीं मिल रहा है। आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकी की खेती कर काश्तकार अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष विनोद कनवासी, जिला पंचायत सदस्य विक्रम सिंह बर्तवाल, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष चंद्रकला तिवारी, पुष्पा पासवान, सुधा बिष्ट, प्रियंका बिष्ट आदि मौजूद थे।