घर-घर जल पहुंचाने का दावा, यहां पानी को तरस रहे ग्रामीण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : एक ओर सरकारी सिस्टम घर-घर जल पहुंचाने का दावा कर रहा है। वहीं, एकेश्वर के ग्राम बग्याली में पिछले कई दिनों से पेयजल संकट गहराता जा रहा है। पानी की तलाश में ग्रामीणों को प्राकृतिक स्रोतों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
ग्राम सभा बग्याली के लिए लगभग 80 के दशक में पातल बग्याली पेयजल योजना का निर्माण किया गया था। लेकिन इन 44 सालों में ना तो उक्त योजना के पाइप बदले गए और न ही पेयजल स्रोत की नए सिरे से मरम्मत की गई। नतीजा गर्मी का पारा चढ़ने के साथ ही गांव में पेयजल किल्लत होने लगी है। ग्रामीणों को पानी के लिए आसपास के जंगलों की दौड़ लगानी पड़ रही है। सबसे ज्यादा परेशानी वृद्ध लोगों को हो रही है जिनके घर में पानी लाने वाला कोई नहीं है। बग्याली निवासी कमल किशोर धस्माना, स्वरूप धस्माना, महिपाल सिंह आदि का कहना है कि जल जीवन मिशन के तहत गांव में स्टैंड पोस्ट तो लगा दिए, लेकिन उन पर आज तक पानी नहीं आया, वहीं हर घर जल हर घर नल योजना का कोई नया स्रोत भी नहीं है। योजना को पातल बग्याली पेयजल स्रोत से ही जोड़ दिया गया है लगभग दो वर्ष होने को है, लेकिन इस योजना का लाभ भी गांव वालों को आज तक नहीं मिल पा रहा है। इधर ग्राम सभा कठूली के ग्रामीण भी वर्तमान में पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं कठूली निवासी हरेंद्र सिंह रावत का कहना है कि इस समस्या के संबंध में विभाग को कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।