निर्देश की नहीं ली सुध, खतरा बन रहे सड़क किनारे खड़े विद्युत पोल
विद्युत पोल शिफ्ट करने के लिए विस अध्यक्ष ने दिये थे निर्देश
निर्देश के बाद भी जिम्मेदारियों को लेकर लापरवाह बना सिस्टम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कुछ माह पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने अधिकारियों की बैठक लेते हुए उन्हें सड़क किनारे खड़े विद्युत पोल हटवाने के निर्देश दिए थे। लेकिन, अधिकारियों ने विस अध्यक्ष के यह निर्देश हवा में उड़ा दिए। नतीजा, एक ओर जहां विद्युत पोल से करंट फैलने का खतरा बना हुआ है वहीं, सड़क किनारे आमजन को पैदल चलने का पर्याप्त मार्ग नहीं मिल पाता। पूर्व में क्षेत्रवासी भी कई बार सड़क किनारे खड़े विद्युत पोल को हटवाने की मांग उठा चुके हैं।
कोटद्वार में शायद ही कोई ऐसी सड़क हो जहां विद्युत पोल यातायात में बाधा न बन रहे हों। सबसे बुरी स्थति कौड़िया से झंडाचौक के मध्य व झंडाचौक से बुद्धा पार्क के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग की बनी हुई है। चार किलोमीटर के इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर विद्युत पोल के साथ ही ट्रासफार्मर भी व्यवस्थाओं को बेपटरी कर रहे हैं। वर्षाकाल के समय विद्युत पोल व ट्रासफार्मर से करंट फैलने का भी खतरा बना रहता है। ऐसे में सड़क किनारे सफेद पट्टी के बाहर दोपहिया वाहन खड़ा करना भी एक चुनौती बन गई है। इन विद्युत पोल से सबसे अधिक खतरा बुजुर्ग व स्कूली बच्चों को बना रहता है। दो माह पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी ने अधिकारियों की बैठक लेते हुए उन्हें विद्युत पोल अन्य शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। लेकिन, अब तक धरातल पर कोई कार्रवाई नजर नहीं आई।
टेलीफोन के खंबे भी बाधा
झंडाचौक से राजकीय बेस चिकित्सालय के मध्य विद्युत पोल के साथ ही निष्प्रयोज्य तरीके से खड़े टेलीफोन के खंबें भी यातायात में बाधा बन रहे हैं। कई स्थानों पर दो से तीन पोल के साथ ही खड़े हैं। ऐसे में शहरवासियों को सड़क किनारे पार्किंग स्थल तक नहीं मिल पाता। पूर्व में प्रशासन ने बीएसएनएल को इस संबंध में पत्र भेजने की भी बात कही। लेकिन, हालात जस के तस बने हैं।