रावण ने किया सीता का हरण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : बेलाडाट में आयोजित रामलीला के तीसरे दिन सीता हरण का मंचन किया गया। इस दौरान पूरा पंडाल जय श्री राम के जयकारों से गूंज उठा।
श्री बद्री-केदार रामलीला कमेटी की ओर से आयोजित रामलीला के तीसरे दिन का शुभारंभ मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष सुमन कोटनाला ने दीप प्रज्जवलित कर किया। मंचन में दिखाया गया कि सोने का मृग देख सीता ने उसे पाने की जिद की। भगवान राम ने मृग का पीछा किया। मायारूपी मृग भगवान राम को जंगल की ओर दूर लेकर चला गया। हाय राम-हाय राम की आवाज सुन सीता जी परेशान हो गईं। कहा कि मेरे राम संकट में हैं, उनकी मदद के लिए लक्ष्मण को भेजा। लक्ष्मण ने जाते समय उन्होंने कुटी के चारों ओर तीर से रेखा खींच दी और माता सीता से उसके पार न जाने को कहा। लक्ष्मण के जाते ही रावण संत का वेश में पहुंचा और भिक्षा के बहाने उनका हरण कर लिया। इस मौके पर गुलाब सिंह, संतोष ध्यानी, शिवांगी घिल्डियाल, राजे सिंह आर्य, कल्पना मझेड़ा, जीतू मस्ताना, दिनेश रावत, सुदीप बैंठियाल, लोकेश थपलियाल, सुशील चौधरी, रोशन बिष्ट, विनोद आदि मौजूद रहे।