उत्तराखंड

सरयू नदी के पौराणिक महत्व को जन-जन तक पहुंचाएगा समिति

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बागेश्वर। कपकोट में चौत्र प्रतिपदा से अक्षय तघ्तीया तक लोक भारती, लखनऊ व सरमूल सौधारा भद्रतुंगा विकास एवं सरयू संरक्षण समिति, जल संरक्षण एवं सरयू नदी के पौराणिक महत्व को बताएगा। साथ ही इस जल को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जनजागरूकता अभियान चलाएंगे।
समिति की सचिव कमला कुमल्टा ने बताया कि दयाल सिंह कुमल्टा व लखनऊ की लोक भारती संस्था के सचिव भास्कर अस्थाना दो अप्रैल को बागेश्वर से यात्रा का शुभारंभ करेंगे। संत रामानंद आश्रम भद्रतुंगा में महात्मा देवानंद दास के सानिध्य में जल उत्सव मनाया जाएगा। तीन अप्रैल को दल भद्रतुंगा से सहस्रधारा जाएगा और वहां सरयू मैय्या, वशिष्ठ मुनि की पूजा अर्चना करेगा और रात्रि विश्राम सरयू किनारे सहस्रधारा में ही करेगा। दल के सदस्य वहां जाकर जप, तप, कीर्तन-भजन कर विश्व कल्याण की कामना करेंगे। चार अप्रैल को दल के सभी सदस्य सहस्रधारा से पवित्र सरयू जल लेकर भद्रतुंगा की ओर रवाना होंगे। सहस्रधारा से लाए जल को लेकर भाष्कर अयोध्या रवाना होंगे। अयोध्या पहुंचकर जल से लव-कुश द्वारा स्थापित शिवालय में जलाभिषेक होगा।

 

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