एनएसए अजीत डोभाल ने पत्नी संग की माँ ज्वाल्पा देवी की पूजा, हरियाली माता का भी लिया आर्शीवाद
ऋषिकेश। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने पत्नी के साथ ज्वाल्पा देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की। मंदिर के मुख्य पुजारी नवीन चंद्र अंथवाल और सुरेंद्र कुकरेती ने पूजा संपन्न करवाई। पूजा से पहले दंपति ने हरियाली माता के दर्शन किए और पूजा की। करीब एक घंटे तक चले इस कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर से बाहर रखा गया। इसके बाद एनएसए अजीत डोभाल ने मंदिर समिति के पदाधिकारियों से वार्ता भी की। इस मौके पर गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अंथवाल भी मौजूद रहे। इससे पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने शुक्रवार सुबह परमार्थ निकेतन में विश्व शांति के लिए यज्ञ में आहुति डाली थी, जिसके बाद वे यहां से अपने पैतृक गांव के लिए रवाना हुए। एनएसए अजीत डोभाल गुरुवार देर शाम परमार्थ निकेतन पहुंचे थे। रात्रि में भोजन के पश्चात वह गंगा तट पर टहलने गए। शुक्रवार को अल सुबह उठकर वह तैयार हो गए थे। जिसके बाद परमार्थ निकेतन में स्वामी चिदानंद सरस्वती के सानिध्य में वह पत्नी संग यज्ञ में शामिल हुए। उन्होंने विश्व शांति के लिए यज्ञ में आहुतियां डाली। करीब 8º30 बजे एनएसए अजीत डोभाल यहां से पौड़ी के लिए रवाना हो गए हैं।
बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल निजी कार्यक्रम के तहत गुरुवार को परमार्थ निकेतन पहुंचे। उनका यह दौरा निजी है। किसी को भी उनसे मिलने की इजाजत नहीं दी गई। उनके आगमन को लेकर परमार्थ निकेतन में सुबह से सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई थी। एनएसए अजीत डोभाल देर सायं पौने आठ बजे परमार्थ निकेतन पहुंचे। जहां उन्होंने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती से उनकी कुटिया में जाकर भेंट की। विश्वव्यापी महामारी कोरोना संक्रमण के चलते परमार्थ निकेतन में करीब सात माह बाद गंगा आरती बुधवार से शुरू हुई है। अभी परमार्थ आश्रम में बाहर से आने वाले आम श्रद्धालुओं के लिए बंद है। आश्रम के दो मुख्य द्वार बंद ही रहे। एनएसए अजीत डोभाल के कार्यक्रम को देखते हुए गुरुवार को गंगा आरती में भी सिर्फ ऋषिकुमार ही मौजूद रहे।