क्षतिग्रस्त पड़े चैंबर, नींद में नगर निगम
क्षतिग्रस्त चैंबर की चपेट में आने से घायल हो रहे लोग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : लगता है नगर निगम को जन सरोकार से कोई मतलब नहीं रह गया है। तभी तो लंबे समय से वार्डों में क्षतिग्रस्त पड़े चैंबरों की आज तक मरम्मत नहीं करवाई गई है। नतीजा, चैंबर के अभाव में खुली नालियों में गिरने से राहगिर चोटिल हो रहे हैं। जबकि, शहरवासी कई बार अधिकारियों को इस समस्या से अवगत भी करवा चुके हैं। सबसे अधिक खतरा छोटे बच्चों को बना रहता है।
नगर क्षेत्र के चालीस वार्डों में शायद ही कोई ऐसा वार्ड हो जहां आपको नहर के ऊपर टूटा हुआ चैंबर न दिखाई दें। वार्ड नंबर-16 सिताबपुर क्षेत्र में डबराल कालोनी को जाने वाले मार्ग पर नहर से चैंबर के ढक्कन ही गायब हो चुके हैं। आए दिन दोपहिया वाहन चालक चैंबर के खुले स्थान पर गिरने से चोटिल हो रहे हैं। यही नहीं, कुछ वर्ष पूर्व इसी नहर में खुले चैंबर की चपेट में आने से एक किशोरी की मौत भी हो गई थी। बावजूद, सिस्टम नहर में चैंबर मरम्मत की सुध नहीं ले रहा। यही स्थिति लकड़ी पड़ाव क्षेत्र में बीच सड़क पर बनी हुई है। गोविंद नगर सहित भाबर क्षेत्र में क्षतिग्रस्त चैंबर लोगों को चोटिल कर रहे हैं। सबसे अधिक दुर्घटनाएं रात के अंधरे में हो रही है। दरअसल, मोहल्लों में क्षतिग्रस्त चैंबर रात के समय नजर नहीं आते। जिससे दोपहिया वाहन चालकों को परेशानी हो रही है।