कोटद्वार में सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन, मास्क लगाना भी भूले
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। त्योहारी सीजन में बाजारों में जैसे-जैसे भीड़ बढ़ने लगी है, इसके साथ ही लोगों के बीच भी वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर लापरवाही बढ़ने लगी है। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही अनिवार्य किए गए मास्क से भी लोगों ने पूरी तरह से दूरी बना ली है। जिस कारण कोरोना के फैलने का खतरा बना हुआ है।
आलम यह है कि सड़क पर निकलने वाले अधिकांश लोगों के चेहरों से मास्क या तो पूरी तरह से हट चुका है, या फिर चेहरे के निचले हिस्से में महज औपचारिकतावश लटका दिखाई देता है। भीड़ में जाने से भी अब लोग किसी प्रकार का परहेज नहीं कर रहे है। वहीं, पुलिस भी इस समय त्योहारों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में व्यस्त होने के कारण कोरोना वायरस के प्रति जागरूक नहीं रह गई है। कोटद्वार के सबसे व्यस्त मार्ग गोखले मार्ग पर रोजाना सैकड़ों लोग सब्जी और अन्य सामान खरीदने आते है। शासन की ओर से सभी तरह के दुकानदारों को हाथों में ग्लब्स व चेहरे पर मास्क लगाने, दुकान पर आने वाले ग्राहकों को भी मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। जो ऐसा नहीं करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। परंतु प्रशासन की इस चेतावनी का दुकानदारों पर कोई असर नहीं हो रहा है। खासकर सब्जी व फल विक्रेता नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। किसी ने चेहरे पर मास्क नहीं लगा रखा। यदि मास्क लगा रखा है तो वह नाक व मुंह पर नहीं है। किसी ने मास्क उतार कर साइड में रखा हुआ है जो कि गलत है। कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग व पुलिस प्रशासन की तरफ से प्रतिदिन लोगों को जागरूक किया जा रहा है, फिर भी गोखले मार्ग सहित अन्य स्थानों पर सब्जी व फल विक्रेता बिना मास्क व ग्लब्स पहने ही सब्जी व फल बेच रहे है। जबकि गलियों में खरीददार भी सोशल डिस्टेंसिंग व मॉस्क आदि की अनदेखी कर खरीददारी में जुटे हैं। वहीं सब्जी व फलों के ठेलों पर खरीदार भी भीड़ लगाने के साथ ही संक्रमण से बेपरवाह होकर बिना मास्क के ही खरीदारी करते देखे जा सकते हैं।