कोटद्वार में कोरोना वैक्सीनेशन लगाने को हुआ ट्रायल, नेटवर्क ने दिया धोखा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोविड-19 वैक्सीन के टीकाकरण के पूर्व अभ्यास के दौरान दुगड्डा ब्लॉक के कोटद्वार में कई खामियां नजर आई। राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार में मॉक ड्रिल के दौरान नेटवर्क की समस्या नजर आई, जिस कारण कोविड पोर्टल पर ऑनलाइन जानकारी दर्ज नहीं की गई। जिस पर स्वास्थ्य विभाग ने ऑफलाइन जानकारी रजिस्ट्रर में दर्ज की। उपजिलाधिकारी कोटद्वार योगेश मेहरा ने बताया कि यह मॉक ड्रिल था, इसमें जितनी भी खामियां पायी गयी उनकी रिपोर्ट बनाकर जिलाधिकारी को भेज गई है, ताकि वैक्सीन के टीकाकरण के दौन तक इन खामियों को दूर किया जा सके। मॉक ड्रिल के लिए बनाये गये राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार, स्वास्थ्य केन्द्र लालपानी केन्द्र का उपजिलाधिकारी ने निरीक्षण किया।
कोविड वैक्सीनेशन पूर्वाभ्यास के लिए शासन की गाइड लाइन के अनुसार प्रशासन ने जोनल मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्टे्रट, पर्यवेक्षक तथा हेल्थ वर्कस की पर्याप्त संख्या में तैनाती करते हुए वैक्सीनेशन की पूरी व्यवस्था की थी। उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा कोविड वैक्सीनेशन ड्राई रन (पूर्वाभ्यास) का निरीक्षण करने के लिए राजकीय बेस अस्पताल और स्वास्थ्य केन्द्र लालपानी पहुंचे। उन्होंने वैक्सनेशन बूथ पर चल रहे रिहर्सल का बारीकी से जायजा लिया। कोटद्वार में दो केन्द्रों पर सुबह ठीक 10 बजे पूर्वाभ्यास शुरू हुआ। वैक्सीनेशन लगाने के लिए जिन वालंटियर्स को बुलाया गया था। उन्हें आईडी देखने के बाद वैक्सीनेशन कक्ष में प्रवेश दिया गया। यहां मेडिकल टीम ने सबसे पहले वैक्सीनेशन के संबध में जानकारी दी। इसके बाद वैक्सीनेशन कक्ष में टीका लगाने का अभ्यास किया। इस दौरान शारीरिक दूरी का भी पूरी तरह से ख्याल रखा गया। वैक्सीनेशन लगने के बाद रिएक्शन होने की भी मॉकड्रिल हुई। वैक्सीनेशन के पूर्वाभ्यास के दौरान एक केन्द्र पर 25 लोगों को चुना गया था। प्रक्रिया के लिए एएनएम के पास पहले वैक्सीनेशन लगवाने वालों की सूची पहुंची। इसके बाद एक-एक करके लोगों को ट्रायल के लिए भेजा गया। आधार कार्ड से पहचान कर सभी को ड्राइ रन के रूप में सीरिंज लगाई गई। वैक्सीनेशन प्रक्रिया पूरी होने पर उन्हें केंद्र पर ही बनाए गए निगरानी कक्ष में आधा घंटा निगरानी में रखा गया।
वैक्सीन के टीकाकरण से पूर्व अभ्यास के दौरान दुगड्डा ब्लॉक के दो सेंटरों में मॉक ड्रिल किया गया। जिसमें राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार, स्वास्थ्य केन्द्र लालपानी था। मॉकड्रिल के दौरान बेस अस्पताल में कोविड-19 वैक्सीन पोर्टल नहीं चल रहा था जिस कारण वहां मौजूद चिकित्सकों को ऑफलाइन एंट्री करनी पड़ी। वहीं लालपानी स्वास्थ्य केन्द्र में पार्किंग, शौचालय सहित अन्य कमी पाई गई। उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने बताया कि वैक्सीनेशन का मॉक ड्रिल बेस अस्पताल कोटद्वार और स्वास्थ्य केन्द्र लालपानी में किया गया। मॉल ड्रिल के लिए वैक्सीनेशन की लिस्ट बनाई गई थी, गत गुरूवार सांय को उन्हें मैसेज किया गया था वह वैक्सीनेशन के लिए उक्त केन्द्रों पर पहुंचे। वैक्सीनेशन के लिए चयनित लोग पहुंच रहे है। वैक्शीनेशन के लिए निर्धारित प्रक्रिया के तहत वैक्सीनेशन के प्रथम अफसर से लेकर पांचवें अफसर तक जिम्मेदारी सौंपी गई है। उसी के अनुसार काम किया जा रहा है। कोविड पोर्टल पर भी जानकारी दर्ज की जा रही है। उन्होंने कहा कि लालपानी केन्द्र में पॉर्किंग, शौचालय की खामी पाई गई है। इसी तरह बेस अस्पताल में भी कुछ खामियां पाई गई है। जिनसे जिलाधिकारी को अवगत करा दिया जाएगा, ताकि वैक्सीन के टीकाकरण के दौन तक इन खामियों को दूर किया जा सके। शुक्रवार को मॉक ड्रिल के दौरान पहले चरण में पुलिस और पीआरडी के जवानों ने वैक्सीनेशन को लेकर आये कर्मचारियों के हाथों को सैनेटाइज कराया, इसके बाद उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई। यह सभी लोग मास्क पहने हुए थे। दूसरे चरण में स्वास्थ्य विभाग की ओर से उपलब्ध कराई लिस्ट का सत्यापन किया गया, तीसरे चरण में कोविड पोर्टल पर वैक्सीन लगवाने वाले कर्मचारी की जानकारी दर्ज की गई। चौथे चरण में वैक्सीशन लगाई गई। इसके बाद पांचवें चरण में 30 मिनट कर्मचारी को वेटिग रूम में बैठाया गया। इस मौक पर उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा, राजकीय बेस अस्पताल में प्रमुख अधीक्षक डॉ. वीसी काला, अस्पताल के मैनेजर बीएस रावत, बीडीओ जयेन्द्र भारद्वाज सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद थी।