कोटद्वार को सुबह कोहरे ने घेरा तो फिर धूप ने दिखाया कमाल
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोटद्वार में पिछले दो दिन से सुबह घना कोहरा छाने से ठंड बढ़ गई है। हालांकि सुबह साढ़े आठ बजे के बाद धूप खिलने से लोगों को ठंड से राहत मिली। कोहरे के दौरान सड़क हादसे होने की आशंका कई गुणा बढ़ जाती है। ऐसे में धुंध या कोहरे के दौरान सुरक्षित ड्राइविग बेहद जरूरी है।
शुक्रवार सुबह कोटद्वार भाबर में घना कोहरा छाया रहा। इसके साथ ही ठंड में भी वृद्धि दर्ज की गई। सुबह से ही सभी लोग गर्म कपड़ों में नजर आए। कोहरे के दौरान वाहन की हेडलाइट्स को हाई बीम की बजाय लो बीम रखना ठीक रहता है। इससे सड़क आसानी से दिखाई देती रहती है। वाहन चालक सड़क के गड्ढों या ग्रिल से टकराने से बच जाता है। कोहरा घना हो तो सड़क के बाएं किनारे को देखकर वाहन चलाएं। इससे वाहन बिना किसी भटकाव के सीधी लाइन में चलती रहेगी। सड़कों पर वाहन चालकों की सुविधा के लिए पीली व सफेद पट्टियां या लाइट लगाई जाती हैं। कोहरे के दौरान ये बेहद मददगार साबित हो सकती हैं। इन्हें देखते हुए चालक आसानी से वाहन चला सकता है। कोहरे में दुर्घटना से बचने के लिए जरूरी है कि सामने वाले वाहन से एक निश्चित दूरी बनाकर रखी जाए। कोहरे में सड़कें गीली होती हैं। इससे ब्रेक लगने के बाद भी वाहन घिसटे हुए सामने वाले वाहन से टकरा सकता है। सड़क पर चलते हुए किसी को कहीं मुड़ना है तो इसके लिए पहले से ही इंडिकेटर देना शुरू कर दें। ताकि पीछे चल रहे वाहन चालक सतर्क हो जाएं। मोड़ आने पर इंडिकेटर न दें और न ही बिना इंडिकेटर देकर मुड़ें। ऐसा करने से हादसे की आशंका बढ़ जाती है। कोहरे में वाहन की गति पर नियंत्रण रखें। जहां तक संभव हो धीमी गति से वाहन चलाएं। कोहरे में जहां तक संभव हो ओवरटेक करने से बचें।