बिना लाईसेंस चल रहे दो भंडारण पर एसडीएम का छापा, किये सीज
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोटद्वार में अवैध खनन का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। खनन से जुड़े लोगों के हौंसले इतने बुलन्द है कि अनुज्ञा समाप्त होने के बावजूद भी भंडारण किया जा रहा है। उपजिलाधिकारी अर्पणा ढौंडियाल के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम ने छापेमारी की। इस दौरान टीम ने ऐसे दो भंडारणों को सीज किया जिनकी अनुज्ञा समाप्त हो चुकी है।
प्रशासन अवैध खनन को रोकने के लिए तमाम प्रयास कर रहा है, लेकिन खनन माफिया इसके बावजूद भी अवैध तरीके से आरबीएम का भंडारण कर रहे है। अवैध आरबीएम खनन को बढ़ावा देने के लिये कोटद्वार में नये-नये हथकंडे अपनाये किये जा रहे हैं। इसके चलते सरकार को लाखों रुपये की रायल्टी का नुकसान हर दिन झेलना ही पड़ रहा है। पिछले दो-तीन सालों में कोटद्वार में खनन का नया तरीका सामने आया है। दूसरी ओर इससे पर्यावरण पर घातक चोट हो रही है। प्रशासन की ओर से अवैध खनन को रोकने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है, लेकिन इसके बावजूद भी अवैध खनन का कारोबार रूक नहीं पा रहा है। बीती गुरूवार देर सांय उपजिलाधिकारी अर्पणा ढौंडियाल, तहसीलदार विकास अवस्थी, नायाब तहसीलदार सहित राजस्व विभाग की टीम ने बीईएल रोड पर भंडारणों में छापे मारे। उपजिलाधिकारी अर्पणा ढौंडियाल ने बताया कि हरसिंगपुर और बीईएल रोड में एक-एक भंडारण सीज किया गया है। इन भंडारणों की अनुज्ञा पूर्व में समाप्त हो चुकी थी, इसके बावजूद भी भंडारण में आरबीएम स्टॉक किया जा रहा था। एसडीएम ने बताया कि छापेमारी अभियान लगातार जारी रहेगा।
कोटद्वार में अवैध खनन पर रोक लगाने को एंटी माइनिंग टीम गठित
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। अवैध खनन को रोकने और खनन माफिया पर लगाम लगाने के लिए उप जिलाधिकारी अर्पणा ढौंडियाल ने एंटी माइनिंग टीम का गठन किया है। इस टीम में पुलिस विभाग से सब इंस्पेक्टर, तहसीलदार, खनन अधिकारी, वन विभाग और वन निगम के कर्मचारियों के साथ-साथ होमगार्डों को शामिल किया गया है। इस टीम के गठन के बाद अवैध खनन माफिया में हड़कंप मचा गया है।
कोटद्वार तहसील क्षेत्र में बहने वाली खोह, मालन, सुखरौ नदियों में लंबे समय से अवैध खनन की शिकायतें मिल रही हैं। हालांकि पुलिस और प्रशासन की टीम समय-समय खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करती रहती है। बावजूद इसके खनन माफिया अवैध खनन का कोई नया रास्ता निकाल लेते थे। अब खनन माफिया पर लगाम कसने के लिए उप जिलाधिकारी अर्पणा ढौंडियाल ने एंटी माइनिंग टीम का गठन किया है, ताकि कोटद्वार क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन पर रोक लगाई जा सके। उप जिलाधिकारी अर्पणा ढौंडियाल ने बताया कि अवैध खनन को रोकने के लिए एंटी माइनिंग टीम का गठन किया गया है। यह टीम कौड़िया चेक पोस्ट पर 24 घंटे तैनात रहेगी। साथ ही टीम कौड़िया चेक पोस्ट पर लगे हुए सीसीटीवी कैमरों की मदद लेगी। एसडीएम ने बताया कि टीम को निर्देशित किया गया है कि दिन एवं रात्रि में कौड़िया चेकपोस्ट पर रवन्नों एवं ओवरलोडिंग की चेकिंग तथा उपखनिज ले जाने वाले प्रत्येक डम्फर, टै्रक्टर ट,ाली की सूची प्रारूप के अनुसार तैयार करेगें। यदि उक्त में किसी प्रकार की अनियमितता पाई जाती है तो संबंधित के विरूद्ध नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करेगें। प्रत्येक दिन एवं रात्रि में की गई कार्यवाही से सांय 5 बजे अवगत कराना सुनिश्चित करेंगे। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।
धड़ल्ले से हो रहा नदियों में अवैध खनन
कोटद्वार। अवैध खनन से भरे हुए डंपर कौड़िया चेक पोस्ट से होकर ही पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में प्रवेश करते हैं। खनन से भरे हुए वाहनों के लिए पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में जाने का कोई दूसरा रास्ता नहीं है। इसलिए प्रशासन ने इन पर रोक लगाने के लिए यह पहल की। कोटद्वार भाबर में खनन कारी खोह, सुखरौ और मालन नदी में दिन-रात बेखौफ होकर अवैध तरीके से खनन कर रहे है। खोह, सुखरौ और मालन नदी में नियमों के विपरीत खनन होने से नदियों में गहरे-गहरे गड्ढे बनें हुए है। आलम यह है कि नदियों में करीब 15 से 20 फीट तक गहरे गड्ढे खोदे गये है। बरसात के समय इन गड्ढों में पानी जमा रहता है, जिससे अनहोनी की आशंका बनी रहती है। गत वर्ष खोह नदी में गड्ढें में डूबने से दो मासूम बच्चों की मौत हो गई थी। उप जिलाधिकारी अर्पणा ढौंडियाल ने एंटी माइनिंग टीम गठित की है। उपजिलाधिकारी की यह पहल अगर परवान चढ़ती है तो कोटद्वार की नदियों में दिन-रात हो रहे अवैध खनन से नदियों को बचाया जा सकता है।