बागेश्वर में पौधारोपण कर संरक्षण का संकल्प
बागेश्वर। जिले में विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधारोपण कार्यक्रम के साथ ही आनलाइन प्रतियोगिताएं भी हुर्ई। वन विभाग ने नक्षत्र वाटिका में पौधे रोपे। उधर, कपकोट, गरुड़, कांडा और काफलीगैर में भी आंवला, पीपल, नीबू, संतरा, क्वैराल, भिमल, रिगाल, बांज, फल्यांट आदि के पौधे लगाए गए।
वन विभाग ने नक्षत्र वाटिका में पौधारोपण किया। जिलाधिकारी विनीत कुमार ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के लिए पौधारोपण जरूरी है। इस दौरान डीएफओ हिमांशु बागरी, आरओ श्याम सिंह करायत आदि मौजूद थे।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीयसेवा योजना के स्वयंसेवकों ने महाविद्यालय परिसर में गुलाब और अन्य प्रजाति के फूलों के पौध लगाए। इस मौके पर प्रचार्य डा. अंजू अग्रवाल, डा. संजय कुमार, डा. मनोज टम्टा, डा. अनुपमा पांडे आदि मौजूद थे।
81 यूके बीएन एनससी ने विवेकानंद विद्या मंदिर इंटर कॉलेज मंडलसेरा में आनलाइन प्रतियोगिता आयोजित कराई। जिसमें विद्यालय के कैडेट्स ने प्रतिभाग किया। निकिता धामी प्रथम स्थान पर रहीं। कोतवाली परिसर में पुलिस कर्मियों ने पीपल, बरगद आदि प्रजाति के पौध रोपित किए। उधर, एसडीएम सदर योगेंद्र सिंह ले द्यांगण क्षेत्र में पौधारोपण किया। इस दौरान सरपंच पूरन रावल, प्रमोद मेहता आदि मौजूद थे। उधर, कपकोट के समुटी बैसानी, राजकीय महाविद्यालय, ब्लाक परिसर में विभिन्न प्रजाति के पौधे रोपित किए गए। इस दौरान वृक्ष प्रेमी किशन सिंह मलड़ा ने पौध उपलब्ध कराए। नगर पंचायत और वन विभाग कपकोट ने पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के लिए पीपल का पौधा रोपित किया। फलदार पौधे भी लगाए गए। इस दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष गोविद बिष्ट आदि मौजूद थे।
पौधों के संरक्षण से ही बढ़ेगी प्रकृति में ऑक्सीजन:
गरुड़। विश्व पर्यावरण दिवस पर गरुड़ के विभिन्न स्थानों में प्रकृति प्रेमियों ने पौधारोपण कर पर्यावरण के संरक्षण का संकल्प लिया।इस मौके पर विभिन्न प्रजाति के दर्जनों पौधे रोपे गए। पौधारोपण की शुरुआत करते हुए वृक्षप्रेमी दिनेश लोहनी ने कहा कि पौधों के संरक्षण से ही प्रकृति में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ेगी।उन्होंने कहा कि आज कोरोनाकाल में लोगों को ऑक्सीजन की कमी के चलते प्रकृति का महत्त्व समझ में आया।उन्होंने कहा कि जब अधिक पेड़ होंगे तभी ऑक्सीजन लेवल बढ़ेगा और ग्लोबल र्वािमंग की समस्या दूर होगी।इस मौके पर पूजा अर्चना कर आचार्य भानु प्रकाश जोशी, गोपाल दत्त जोशी, वृक्षप्रेमी दिनेश लोहनी ने माल्टा, नीबू, नारंगी, बांज, तिमुल, फल्याट, उतीस आदि प्रजाति के दो दर्जन पौधे रोपे।