मौसम बदला, बच्चे उल्टी, दस्त, सर्दी, जुकाम से पीड़ित
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। पिछले सप्ताह लगातार बारिश होने के बाद हो रही कड़ी धूप के कारण बच्चे बीमार हो रहे है। बीमारी की चपेट में सबसे अधिक 12 वर्ष की उम्र तक के बच्चे आ रहे है। ओपीडी में सर्दी, जुकाम, उल्टी, दस्त से पीड़ित बच्चों की संख्या प्रतिदिन चार दर्जन से अधिक है। ऐसे में थोड़ी सी भी लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है। रोगी को तत्काल डॉक्टर का परामर्श व उपचार जरूरी है।
पिछले सप्ताह लगातार बारिश होने से ठंड बढ़ गई थी। बारिश थमने के बाद तेज धूप के साथ ही उमस भी हो रही है। मौसम में बदलाव का सबसे अधिक असर 12 वर्ष की उम्र तक के बच्चों में देखा जा रहा है। ठंड और उल्टी दस्त के साथ सर्दी, जुकाम शुरू हो रहा है जो देखते ही देखते बच्चों को गंभीर बना दे रहा है। अगर जरा सी भी चूक हुई तो सिर में तेज दर्द के साथ बुखार भी आ सकता है। बेस अस्पताल में बेटे का इलाज कराने आये व्यक्ति ने बताया कि उनका बेटे को पिछले तीन दिनों से उल्टी-दस्त है। अब जाकर थोड़ी राहत मिली है। वहीं बेटी का उपचार कराने महिला ने बताया कि बेटी को दो-तीन दिन से सर्दी-जुकाम है। डॉक्टर ने बेटी को शुद्ध पानी पीने की सलाह दी है।
राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. हरेंद्र कुमार ने बताया कि रोज ओपीडी में सर्दी, जुकाम, उल्टी, दस्त से पीड़ित करीब 40 बच्चे आ रहे है। उन्होंने बच्चों को गुनगुना पानी पिलाने की सलाह देते हुए कहा कि बरसात के मौसम में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखे। बुखार की शिकायत होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह ले। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोविड महामारी चल रही है, इसलिए बच्चों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न ले जाये। साथ ही कोविड गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन करें। डॉ. हरेंद्र कुमार ने बताया कि गर्मी के बाद बारिश होने के बाद संक्रामक रोग के फैलने की आशंका होेती है। संक्रामक रोगों के फैलने का सबसे अनुकूल मौसम बरसात है। इस मौसम में हर तरफ सड़न व सीलन होता है। इसलिए विषाणु खूब पनपते हैं। ऐसे में उपाय है कि स्वच्छ पानी पीएं क्योंकि अशुद्ध पानी से पेचिस, हैजा, मियादी बुखार, पीलिया जैसे संक्रामक रोग होते हैं।