भारत में इस्राइल दूतावास प्रभारी रोनी येडिडिया सपरिवार परमार्थ निकेतन पहुंचे
ऋषिकेश। भारत में इस्राइल दूतावास प्रभारी रोनी येडिडिया-क्लेन और उनके पति, ज्योफ दोनों परमार्थ निकेतन पधारे। परमार्थ निकेतन के ऋषिकुमारों ने तिलक लगाकर उनका स्वागत किया। उन्होंने परमार्थ निकेतन में हो रहे यज्ञ, गंगा आरती, योग आदि कई समारोहों में आन्निदत होकर सक्रियता से सहभाग किया। इस्राइल दूतावास प्रभारी रोनी येडिडिया-क्लेन और उनके पति, ज्योफ दोनों ने ही परमार्थ परिवार के साथ अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित होने वाली सभी गतिविधियों में उत्सुकता से हिस्सा लिया। रोनी येडिडिया-क्लेन ने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी से भेंट कर पर्यावरण और जल संरक्षण, उत्कृष्ट कृषि के साथ भारत और इजरायल के मध्य शुरू होने वाले पायलट प्रोजेक्ट एवं समसामयिक विषयों पर विस्तृत चर्चा की। इस अवसर पर उन्होंने साझा किया कि सेठ एम. सीगल की एक किताब, ‘लेट देयर बी वॉटर’ इजराइल्स सॉल्यूशन फॉर ए वॉटर-स्टारवेड वल्र्ड एक बहुत लोकप्रिय पेशकश साबित हुई, और इसका उपयुक्त शीर्षक-लेट देयर बी वॉटर-मंत्र और प्रेरणा बन गया है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि इसरायल एक ऐसा देश है, जहां पर उनकी जल संरक्षण तकनीक अत्यंत प्रभावी है जिसके कारण उनका रेगिस्तानी ऐरिया धीरे-धीरे कम हो रहा है। वास्तव में उनकी यह तकनीक स्वागत योग्य है और रेगिस्तानी क्षेत्रों के लिये अत्यंत ही प्रभावी भी है। भारत और इजरायल मिलकर जल संरक्षण की दिशा में अद्भुत कार्य कर सकते हैं क्योंकि भारत के पास जल के स्रोत हैं परन्तु हमें उनका ठीक से संरक्षण करना होगा। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और रोनी येडिडिया -क्लेन ने भविष्य में होने वाले जल संकट के विषय में चर्चा करते हुये वृक्षारोपण को बढ़ावा देने की बात कही। रोनी येडिडिया ने कहा कि हमें परमार्थ निकेतन आकर अपने घर की तरह अहसास होता है। हम परमार्थ निकेतन के साथ दुनिया भर के अपने सभी भाइयों और बहनों के लिए एक सुरक्षित भविष्य, स्वस्थ और समृद्ध जीवन सुनिश्चित करने हेतु एक साथ मिलकर काम करने हेतु इस चर्चा को आगे भी जारी रखेंगे। ज्योफ (रोनी येडिडिया-क्लेन के पति) ने कहा कि पूज्य स्वामी जी पर्यावरण और जल संरक्षण हेतु वैश्विक स्तर पर जो कार्य कर रहे हैं, मैं उससे अत्यंत प्रभावित हूँ। मेरा व्यक्तिगत लगाव भी पर्यावरण संरक्षण को समर्पित कार्यो की ओर है अत: मैं परमार्थ निकेतन में आकर अपनी सेवायें देने के लिये इच्छुक हूँ। उन्होंने स्वामी जी से परमार्थ निकेतन आश्रम को जल सरंक्षण मॉडल के रूप में तैयार करने पर भी विस्तृत चर्चा की। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी, मानस कथाकार श्री मुरलीधर जी के साथ इस्राइल दूतावास प्रभारी रोनी येडिडिया-क्लेन और उनके पति, ज्योफ दोनों ने विश्व ग्लोब का जलाभिषेक कर जल संरक्षण का संदेश दिया।