जिला कौशल विकास समिति का गठन
बागेश्वर। जिले के प्रशिक्षित और हुनरमंद लोगों को लाभान्वित करने के लिए जिले में जिला कौशल विकास समिति का गठन किया गया। समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी होंगे। समिति का काम जिले में स्किल गैप चिह्नित करना है। विकास भवन सभागार में डीएम विनित कुमार की अध्यक्षता में जिला
कौशल समिति की बैठक हुई। जिला सेवायोजन अधिकारी शंकर बोरा ने डीएम को अवगत कराया कि जिले में जिला कौशल विकास समिति का गठन किया गया है, इसमें डीएम अध्यक्ष, सीडीओ उपाध्यक्ष, जिला सेवायोजन अधिकारी सदस्य सचिव, प्रधानाचार्य नोडल आईटीआई संयोजक, प्रधानाचार्य नोडल पॉलीटेक्निक, प्राचार्य महाविद्यालय, मुख्य शिक्षा अधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, डीआईओ एनआईसी, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र, सहायक श्रम आयुक्त, लीड बैंक अधिकारी तथा उद्योग प्रतिनिधि जनपद के उद्योग संघ के अध्यक्ष को सदस्य नामित किया गया है। परियोजना निदेशक जिला ग्राम्या विकास अभिकरण को डीएम से नामित सदस्य बनाया है। उन्होंने कहा कि समिति का मुख्य उद्देश्य जिले में स्किल गैप चिह्नित कर जिला कौशल विकास योजना का प्लॉन तैयार करना, जिले में विभागों से क्रियान्वयन किए जाने वाली योजनाओं के तहत संचालित प्रशिक्षण केंद्रों का नियमित निरीक्षण करना एवं उसकी सूचना उत्तराखंड कौशल विकास मिशन को उपलब्ध कराना, जिले में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का अनुश्रवण कर सूचना संकलित करना, ताकि जिले स्तर पर कौशल विकास की पूर्ण स्थित स्पष्ट हो सके। योजना के बारे में स्लाईड शो के माध्यम से विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी। डीएम ने समिति के सदस्यों को निर्देश दिए कि कौशल विकास योजना को जनपद में सफल क्रियान्वयन एवं धरातली स्वरूप देने के लिए योजना के लिए कार्ययोजना बेहतर ढंग से तैयार करना बहुत जरूरी है, जिससे कि योजना सफल हो सकें तथा अधिक से अधिक लोगो को इससे लाभान्वित किया जा सके। जिलाधिकारी ने पर्यटन, उद्यान, कृषि तथा पशुपालन विभाग को निर्देश दिए कि जनपद में पर्यटन, उद्यान, कृषि तथा पशुपालन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं इसके लिए उन्होने सभी विभागों की बेहतर कार्ययोजना बनाने के को कहा। बैठक में सीडीओ डीडी पंत, अपर परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, महाप्रबंधक उद्योग जीपी दुर्गापाल आदि मौजूद रहे।