शारीरिक शिक्षा को विषय के रूप में सम्मिलित किया जाय
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शारीरिक शिक्षक लंबे समय से शारीरिक शिक्षा को विषय के रूप में सम्मिलित किए जाने व इंटरमीडिएट स्तर पर प्रवक्ता के पद सृजित करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। सरकार एक ओर तो खेलों को बढ़ावा देने की बात कर रही है वहीं स्कूलों में शारीरिक शिक्षा को विषय के रूप में सम्मिलित नहीं किया जा रहा है। ऐसे में युवा कैसे आगे बढ़ पायेगें। राजकीय शिक्षक संघ ने प्रदेश के शिक्षा मंत्री को इस संबंध में ज्ञापन भेजा है।
राजकीय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष जयदीप रावत, मंत्री मनमोहन सिंह चौहान ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन इसके लिए विद्यालयी स्तर पर एक कार्य योजना बनाए जाने की आवश्यकता है। पहाड़ी क्षेत्रों में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है, आवश्यकता है उन्हें सही प्लेटफार्म देने की। स्कूली स्तर पर शारीरिक शिक्षा को विषय के रूप में सम्मिलित कर इंटरमीडिएट स्तर पर शिक्षकों के पद सृजित किए जाय। उन्होंने कहा कि पूर्व में संगठन यह मांग काफी लंबे समय से कर रहा है, लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिले। सरकार को जल्द से जल्द स्कूलों में शारीरिक शिक्षा को विषय के रूप में सम्मिलित कर प्रवक्ता के पद सृजित करने चाहिए। इससे युवाओं को आगे आने का मौका मिलेगा। ज्ञापन में जयदीप रावत, मनमोहन सिंह चौहान, धीरेंद्र सिंह रावत, महेश कुकरेती, सुनील रावत, विनोद पंत, पूरन सिंह नेगी, प्रभाकर रावत, विनय रावत, पंकज शर्मा, धीरेंद्र राणा, डबल सिंह रावत, अब्बल रावत, रतन बिष्ट, मुकेश रावत, विनोद बिष्ट, राजेंद्र भंडारी, अनीता बिष्ट के हस्ताक्षर है।