गुरुद्वारा नानकसर ठाठ गजरौला में मनाया गया गुरु रामदास जी महाराज का प्रकाश पर्व
काशीपुर। चौथी पातशाही गुरु रामदास जी महाराज के प्रकाश पर्व को समर्पित कार्यक्रम में दूर दराज से आये कथावाचकों और टाढ़ी जत्था सिंहों ने गुरु की महिमा का बखान किया। बुधवार को गुरुद्वारा नानकसर ठाठ गजरौला में प्रमुख सेवादार बाबा प्रताप सिंह की देखरेख में गुरु रामदास जी महाराज के प्रकाश पर्व पर अखंड पाठ रखा गया। जिसके भोग के बाद वहां पहुंचे बाबा अमरजीत सिंह गालिब खुर्द वालों ने कथा करते हुए कहा गुरु रामदास जी महाराज ने सिखों के पवित्र सरोवर सतोषर का निर्माण कार्य शुरू कराया था। इस सरोवर में नहाने के बाद सभी दीन दुरूख दूर हो जाते थे। गुरु रामदास जी लोगों के प्रति सहिष्णुता में विश्वास रखते थे। गुरु रामदास की शिक्षा से महान सम्राट अशोक भी प्रभावित था इनके कहने पर ही अशोक ने पंजाब प्रांत में प्रजा का एक साल का लगान माफ कर दिया था। पंजाब अमृतसर के मंदिर का निर्माण कार्य इन्हीं के समय में शुरू हुआ था। वहीं, कथावाचक भाई जसपाल सिंह रोशनपुर वाले, भाई दर्शन सिंह विलासपुर वाले, भाई मनी सिंह दिल्ली वाले तथा भाई सतनाम सिंह के टाढ़ी जत्थो ने गुरु की महिमा का बखान किया। सामूहिक अरदास के बाद समापन किया गया। गुरु का लंगर अटूट बरताया गया। यहां पलविंदर सिंह, गुरमेल सिंह, मंगा सिंह, जगतार सिंह बाजवा, रविंदर सिंह, सुखविंदर सिंह हरपिंदर सिंह, सतनाम सिंह रहे।