शिक्षक संघ ने मुकदमा वापस न होने पर दी आंदोलन की चेतावनी
सरकार ने नाकामी छुपाने के लिए किया शिक्षक पर मुकदमा दर्ज
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के जनपद शाखा पौड़ी गढ़वाल के पदाधिकारियों ने नैनीताल के बेतालघाट में क्वारंटाइन सेंटर में सांप के काटने से हुई बच्ची की मौत पर दु:ख जताया। पदाधिकारियों ने कहा कि प्रदेश में सरकार द्वारा क्वारंटाइन सेंटरों में इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए किसी भी प्रकार व्यवस्था नहीं की गई है, ऊपर से सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए क्वारंटाइन सेंटर में देखरेख में तैनात शिक्षक व अन्य कर्मियों पर मुकदमा दर्ज कर रही है, जिनका शिक्षक संघ पूरजोर विरोध करता है। शिक्षक संघ ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार के शिक्षक के मुकदमा वापस नहीं लिया तो प्रदेश के समस्त शिक्षक आंदोलन को बाध्य होंगे।
बुधवार को आयोजित बैठक में संघ के जिला मंत्री दीपक नेगी ने कहा कि प्रदेश में क्वारंटाइन सेंटरों पर कोई सुविधाएं नहीं दी जा रही है। जिस पर इस प्रकार की घटनाएं आये दिन हो रही है। स्थिति यह है कि क्वारंटाइन सेंटर बनाये गये प्राथमिक विद्यालय गांवों से दूर जंगलों में है। जहां सांय होते ही जंगली जानवरों की चहलकदमी शुरू हो जाती है। जिस कारण जानमाल का खतरा बना रहता है। शिक्षक इस प्रकार के माहौल में पिछले कई वर्षों से सेवाएं दे रहे है, लेकिन शासन-प्रशासन का इस ओर कभी ध्यान नहीं गया। उन्होंने कहा कि संघ लंबे समय से शासन-प्रशासन से ऐसी परिस्थिति से निपटने के लिए शिक्षकों को सुरक्षा उपकरण व ट्रेनिंग देने मांग करता रहा है। लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार को अन्य राज्यों से लौटने वाले प्रवासियों को ब्लॉक स्तर पर ही करंटाइन करना चाहिए ताकि उनके लिए बेहतर व्यवस्थाओं के इंतजाम हो सके। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही सरकार ने बेलाघाट में तैनात शिक्षक के खिलाफ मुकदमा वापस नहीं लिया तो प्रदेश के समस्त शिक्षक आंदोलन को बाध्य होंगे। बैठक में मधुसूदन हिंदवान, जितेंद्र, दीपक सजवाण, विपुल भंडारी, जगदीश राठी, बलवंत नेगी मौजूद रहे।