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प्रशासन चुनाव में व्यस्त, वैध खनन की आड़ में जमकर हो रहा अवैध खनन

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-खोह नदी में रात-दिन किया जा रहा खनन, जिम्मेदारों ने फैरा मुंह
-रिवर ट्रैनिंग के नाम पर खोद दी है खाई, सारे नियम ताक पर
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में प्रशासन समेत पूरा सिस्टम चुनावी तैयारियों में व्यस्त है। हालांकि, इसका सबसे ज्यादा फायदा अगर किसी को मिल रहा है तो वह है खनन माफिया। आजकल बिना किसी रोकटोक के खनन माफिया जमकर नदियों का सीना चीर रहे हैं और जिम्मेदार हैं कि जानकर भी इस ओर मुंह फैरे हुए हैं। कुछ ऐसा ही हाल किया जा रहा है खोह नदी का। यहां कुछ दिन पहले ही रिवर टै्रनिंग के तहत खनिज चुगान की अनुमति दी गई थी, लेकिन यहां रिवर ट्रैनिंग के नाम पर पोकलैंड मशीनें लगाकर इस तरह खनन किया जा रहा है कि नदी में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। यही नहीं खोह नदी में रात के समय भी जमकर खनन किया जा रहा है, लेकिन कोई इस ओर कार्रवाई करने को तैयार नहीं है।
पौड़ी जिले में फिलहाल किसी भी तरह के खनन को अनुमति नहीं है। सिर्फ खोह नदी में रिवर ट्रैनिंग के तहत चुगान की अनुमति दी गई है। हालांकि, यहां रिवर ट्रैनिंग के नाम पर सारे नियम ताक पर रखकर जमकर खनन किया जा रहा है। खोह नदी में दिन में ही नहीं रात के समय भी पोकलैंड मशीनें चलाई जा रही हैं। जिससे यहां बड़-बड़े गड्ढे कर दिए गए हैं। हैरानी की बात यह है कि जिम्मेदार इस सबसे वाकिफ हैं, लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

क्या होती है रिवर ट्रैनिंग
नदियों में अत्यधिक खनिज जमा होने से सतह की ऊंचाई बढ़ जाती है। जिससे बरसात के समय नदी का जलस्तर बढ़ने से नदी के आसपास के क्षेत्र में बाढ़ का खतरा बना रहता है। इसी खतरे को कम करने के लिए विभाग नदियों में रिवर ट्रैनिंग के तहत खनिज चुगान की अनुमति देता है। इसमें खतरे वाले स्थान से ही खनिज चुगान की अनुमति होती है। जिससे जलस्तर को नीचा किया जा सके और बाढ़ का खतरा कम हो सके। सूत्रों के अनुसार खोह नदी में रिवर ट्रैनिंग के इन सभी नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।

 

सिंचाई विभाग व राजस्व विभाग की है जिम्मेदारी तय
खोह नदी में रिवर ट्रैनिंग के तहत ही खनिज का चुगान हो रहा है या नहीं, इसकी निगरानी के लए सिंचाई विभाग व राजस्व विभाग की जिम्मेदारी तय की गई है। जिला खनन अधिकारी दिनेश कुमार का कहना है कि सिंचाई विभाग व राजस्व विभाग के कुछ कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि वह लगातार खोह नदी में नजर बनाए रखें। हालांकि, इन कर्मचारियों को शायद रात के समय खोह नदी में किया जा रहा खनन नहीं दिख पा रहा है।
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खोह नदी में सिर्फ रिवर ट्रैनिंग के तहत खनिज चुगान की अनुमति दी गई है। यदि वहां गड्ढे किए जा रहे हैं तो यह नियमों का उल्लंघन है। इसके अलावा रात के समय तो किसी भी हाल में खनन नहीं किया जा सकता है। अभी फिलहाल मैं चुनाव की तैयारियों में व्यस्त हूं, लेकिन एक-दो दिन में कोटद्वार आकर इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दिनेश कुमार, जिला खनन अधिकारी

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