मणिपुर को मिली माल गाड़ी कनेक्टिविटी, प्रधानमंत्री ने कहा राज्य के वाणिज्य को बढ़ाने में मिलेगी मदद
नई दिल्ली , एजेंसी। मणिपुर में पहली माल गाड़ी पहुंचने के बाद शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इससे राज्य के वाणिज्य और संपर्क में वृद्घि होगी क्योंकि अब यहां से माल देश के सभी हिस्सों में पहुंचाया जा सकेगा। राज्य के रानी गाइदिन्ल्यू स्टेशन पर पहली माल गाड़ 27 जनवरी को पहुंची थी। बता दें कि इस उत्तर-पूर्वी राज्य में आगामी 27 फरवरी और तीन मार्च को दो चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट में लिखा, उत्तरपूर्व का विकास जारी है। मणिपुर का संपर्क बढ़ेगा और यहां के वाणिज्य में तेजी आएगी। राज्य के अद्भुत उत्पाद अब पूरे देश में आसानी से पहुंचाए जा सकेंगे। मोदी ने इस ट्वीट में उत्तर पूर्वी क्षेत्र के विकास के लिए केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी की एक पोस्ट को टैग किया। रेड्डी ने अपने ट्वीट में रेलवे स्टेशन पर पहुंचती माल गाड़ी का वीडियो भी साझा किया है।
श्उत्तर-पूर्व के विकास के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्घश्
इसे लेकर जी किशन रेड्डी ने अपने ट्वीट में लिखा, श्मणिपुर और पूरे उत्तर-पूर्व के लिए एतिहासिक दिन, भारत की स्वतंत्रता के 75 साल बाद मणिपुर के तमेंगलोंग में रानी गाइदिन्ल्यू रेलवे स्टेशन पर पहली माल गाड़ी पहुंची। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देश के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में संपर्क के लिए बुनियादी ढांचे को विकसित करने और यहां की आर्थिक समृद्घता सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्घ है।श्
श्उत्तर-पूर्व के लिए इस साल 7000 करोड़ आवंटितश्
इससे पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मणिपुर में जिरिबम-इंफाल न्यू लाइन परियोजना का हवाई सर्वेक्षण किया था। इस परियोजना में देश की सबसे लंबी ट्रेन टनल (सुरंग) भी शामिल है और यह इंफाल को असम की राजधानी गुवाहाटी से जोड़ेगी। वैष्णव ने बताया था कि उत्तर-पूर्व में चल रहीं रेलवे परियोनाओं के लिए इस साल 7000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं और तेजी के साथ काम चल रहा है।
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने इसे बताया मील का पत्थर
शनिवार को माल गाड़ी की तस्वीरें पोस्ट करते हुए वैष्णव ने कहा कि हमने अपना वादा पूरा किया। उन्होंने इसमें अपना पांच जनवरी का एक ट्वीट भी टैग किया जिसमें उन्होंने कहा था कि इस महीने के अंत तह काईमाई रोड रेलवे स्टेशन तक माल गाड़ी चलने लगेगी। इससे पहले शुक्रवार को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इसे राज्य के प्रगति के पथ में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया था।