रिटायर होने पर लैंसडौन से जाने के बाद भी पहुंचाई कम्यूनिटी बास्केट में मदद
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोरोना काल में सेवानिवृत्त शिक्षिका ने समाज सेवा की मिशाल पेश की है। बढ़ती उम्र के बावजूद इनकी सेवा का जज्बा कम नहीं हुआ। पूर्व शिक्षिका ने देहरादून से लैंसडौन कोतवाली में बनाई गई कम्यूनिटी बास्केट में जरूरतमंदों की मदद के लिए जरूरी सामान भेजा है। श्रीमती पंवार ने कोरोना संकट के वक्त लोगों की मदद करके एक अलग छाप छोड़ी है। शिक्षिका के इस कार्य की सभी सराहना कर रहे है। निश्चित तौर पर ऐसे लोग समाज के लिए प्रेरणादायक हैं, जिनसे सीख लेकर समाज को मजबूती प्रदान की जा सकती है।
श्रीमती ऊषा पंवार जो पूर्व में राजकीय कन्या इंटर कॉलेज लैंसडौन में शिक्षिका थी। रिटायरमेंट के बाद अब वह देहरादून में निवास करती है। कोरोना संक्रमण को लगाये जा रहे कोरोना कफ्र्यू के कारण कई लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट हो गया। ऐसे में पूर्व शिक्षिका ऊषा पंवार को लैंसडौन प्रति प्रेम जरूरत मंदों की मदद के लिए खींच लाया। ऊषा पंवार ने भावना वर्मा के माध्यम से लैंसडौन कोवताली में बनाई गई कम्यूनिटी बास्केट में जरूरतमंदों की सहायता के लिए 50 नहाने के साबुन, 50 कपड़े धोने के साबुन, 50 पैकेट सर्फ, 50 पैकेट न्यूट्री नगेट, एक बोरी आलू भेजे। श्रीमती ऊषा पंवार का कहना है कि समाज के दबे कुचले व जरूरतमंदों की सेवा करना अत्यंत पुण्य का कार्य है। इसमें किसी प्रकार का संकोच कतई नहीं करना चाहिए। विशेषकर युवाओं को इसमें बढ़ चढ़कर भाग लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी हैं। इसे सिर्फ कहने नहीं, साकार करने की जरूरत होती है। भावना वर्मा ने लैंसडौन कोतवाली में महिला उपनिरीक्षक रचना रानी को उक्त सामान भेंट किया। इस मौके पर महिला उप निरीक्षक रचना रानी, पूनम पालीवाल, कीर्ति लाल, भावना वर्मा, नीरु शाह, बबीता नेगी उपस्थित थे।