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सीएम से वार्ता के बाद बैरागियों का धरना समाप्त

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-बैरागियों को लीज पर संपत्ति दिलाने का प्रयास करेगी सरकार
हरिद्वार। बैरागी कैंप से हटाए गए अवैध कब्जे के खिलाफ पिछले चार दिनों से धरना दे रहे संतों ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से बातचीत करने के बाद अपना धरना समाप्त कर दिया। सीएम ने सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। बुधवार को कैबिनेट राज्यमंत्री यतीश्वरानंद ने संतों को पानी पिलाकर धरना समाप्त कराया। धरना समाप्ति से पहले निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी के आश्रम में बैरागी संतों ने राज्यमंत्री, जिलाधिकारी, एसएसपी के साथ घंटों बैठक की।
सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मामले के बाद बीते शनिवार को बैरागी कैंप से प्रशासन ने अवैध निर्माण को ध्वस्त किया था। संत निवास और एक मंदिर को तोड़ा गया था। ध्वस्तीकरण के विरोध में अगले ही दिन संतों ने आंदोलन शुरू कर दिया था। पुर्ननिर्माण समेत 5 मांगों को लेकर तीनों अखाड़ों के पदाधिकारियों ने धरना शुरू कर दिया था। संतों ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा था।
श्रीपंच निर्वाण अणि अखाड़ा, श्रीपंच दिगंबर अणि अखाड़ा और श्रीपंच निर्मोही अणि अखाड़े के पदाधिकारियों का पिछले चार दिनों से धरना जारी था। बुधवार मुख्यमंत्री के कहने पर राज्यमंत्री यतीश्वरानंद सरकार का प्रतिनिधित्व करते हुए हरिद्वार पहुंचे। और संतों से बातचीत की। दोपहर में मोबाइल पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से भी संतों की बातचीत कराई गई। सीएम ने न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए संतों से वार्ता की। सीएम की ओर से किए गए आग्रह को संतों ने माना और धरना समाप्ति का ऐलान कर दिया। बैरागी कैंप स्थित धरने पर स्थल पर पहुंचे राज्यमंत्री यतीश्वरानंद, आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी, मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी, जिलाधिकारी सी रविशंकर, एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस ने संतों को पानी पिलाकर आंदोलन समाप्त कराया। धरना समाप्ति के बाद संतों का कहना है कि कोर्ट के आदेशों का पालन कराया जाएगा।
श्रीपंच निर्मोही अणि अखाड़े के अध्यक्ष राजेंद्र दास का कहना है कि मुख्यमंत्री से बातचीत हुई है। अभी कोर्ट के आदेशों का पालन किया जाएगा। बाकी बातें आगे सोची जाएगी। मंत्री यतीश्वरानंद ने कहा कि संत हमारे देश की धरोहर है। संतों से मुख्यमंत्री, आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी और श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने आग्रह किया था। उस आग्रह को बैरागी संतों ने मान लिया है। न्यायालय के आदेश का पालन कराना चाहिए। निर्माण को कोर्ट के आदेश पर तोड़ा गया था। जिसे अब संतों ने मान लिया है।
सीएम जल्द आएंगे संतों से मिलने
निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी ने कहा कि मुख्यमंत्री जल्द ही सभी संतों का दर्शन करने आएंगे। संतों की सभी इच्छा को पूर्ण किया जाएगा। संतों ने सीएम की बात का स्वीकार किया। कोर्ट के आदेशों का पालन किया जाएगा। कहा कि संतों की मांगों को केंद्र और राज्य दोनों सरकारों के समक्ष रखा जाएगा।
यह 5 मांगों को लेकर किया था धरना शुरू
-मंदिर का पुर्ननिर्माण
-बैरागी कैंप की भूमि को लीज पर देने
-बैरागी कैंप में हुए सभी अतिक्रमण को ध्वस्त करने
-मंदिर तोड़ने पर हुई नुकसान की भरपाई
-वर्ष 1986 स्थिति की तरह ही बैरागी कैंप को खाली कराया जाए

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