एआइसीटीई ने दी प्रदेश के बीटेक छात्रों को बड़ी राहत
देहरादून। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) ने प्रदेश के 30 हजार से अधिक छात्रों को बड़ी राहत दी है। बीटेक के छात्रों को अब इंटर्नशिप के लिए किसी कंपनी के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे, बल्कि छात्रों को अपनी इंटर्नशिप ऑनलाइन करनी होगी।
संस्थानों को छात्रों को अपने यहां चल रहे प्रोजेक्ट में लगाकर इंटर्नशिप पूरी करानी होगी। कोरोना के चलते एआइसीटीई ने इंटर्नशिप के नियमों को बदला है। उत्तराखंड तकनीकी विवि की कुलसचिव डॉ. अनिता रावत ने इसकी पुष्टि की। उत्तराखंड में आइआइटी रुड़की, एनआइटी श्रीनगर गढ़वाल, गोविंद बल्लभ पंत विवि पंतनगर के अलावा उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय (यूटीयू) से संबद्ध राजकीय व निजी 40 से अधिक संस्थान के अलावा यूपीईएस, डीआइटी, ग्राफिक एरा डीम्ड विश्वविद्यालय, आइएमएस यूनिसन विवि में बीटेक की पढ़ाई होती है। बीटेक छात्रों के लिए तृतीय वर्ष में किसी कंपनी में दो महीने की इंटर्नशिप करना अनिवार्य है। इसके लिए छात्र हरिद्वार स्थित बीएचइएल, बिजली बोर्ड, रेलवे, आरडीएसओ समेत कई बड़ी कंपनियों के दरवाजे खटखटाते थे। पिछले साल तक तीसरे वर्ष के छात्रों को ही इंटर्नशिप करनी होती थी, लेकिन इस सत्र से दूसरे व तीसरे वर्ष के छात्रों के लिए इंटर्नशिप अनिवार्य कर दी गई है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए एआइसीटीई ने छात्रों के लिए ऑनलाइन इंटर्नशिप की व्यवस्था कर दी है। कॉलेजों को निर्देश दिए गए हैं कि वह कंपनी में भेजने के बजाए अपने यहां चल रहे प्रोजेक्ट में छात्रों को जोड़े। संस्थानों में सेमेस्टर परीक्षाओं के बाद जून और जुलाई में छात्र अपनी इंटर्नशिप करते थे। अपनी प्रोजेक्ट रिपोर्ट कॉलेज में जमा करते थे, लेकिन इस बार छात्रों को इंटर्नशिप और प्रोजेक्ट रिपोर्ट दाखिल करने के लिए दिसंबर तक का समय दिया गया है। इसके अलावा इंटर्नशिप पूरी करने का समय भी कम कर दिया गया है। छात्रों को बस चार से पांच सप्ताह की ही इंटर्नशिप करनी होगी। उत्तरांचल विवि के कार्यकारी कुलपति डॉ. राजेश बहुगुणा ने बताया कि बीटेक के छात्रों को इस वर्ष इंटर्नशिप ऑनलाइन करनी होगी।