पेशाब कांड के बाद एयर इंडिया सतर्क, उड़ान के दौरान शराब परोसने की नीति की करेगा समीक्षा
नई दिल्ली, एजेंसी। एयर इंडिया की पेरिस-नई दिल्ली उड़ान के दौरान महिला यात्री पर पेशाब करने की घटना पर इस एयरलाइन ने उड़ान के दौरान शराब परोसे जाने की नीति में समीक्षा करने की बात कही है। एयर इंडिया के सीईओ और एमडी कैम्पबेल विल्सन ने इस पूरे घटनाक्रम में पहली बार विस्तार से बयान जारी करते हुए ना सिर्फ खेद जताया है और माफी मांगी है बल्कि आगे किसी यात्री के किसी त्य से होने वाली परेशानियों से निबटने के लिए पांच कदम उठाने का ऐलान किया है।
विल्सन ने यह भी बताया है कि उड़ान संख्या एआई-102 में उक्त घटनाक्रम का पता चलने के तुरंत बाद उस सेवा में शामिल क्रू के सभी चार सदस्यों और एक पायलट को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया और उन्हें रोस्टर से तत्काल हटा दिया गया है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि क्या किसी दूसरे कर्मचारियों की भी गलती है या नहीं।
विल्सन ने कहा कि ग्राहकों को हमारे विमान में उनके सह-यात्रियों के निंदनीय त्य के कारण नुकसान उठाना पड़ता है। हम ऐसे त्यों पर खेद और दुख प्रकट करते हैं। ऐसे त्यों के खिलाफ कार्रवाई करने को एयर इंडिया प्रतिबद्घ है।
उन्होंने भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक के लिए पांच कदम उठाने की जानकारी दी गई है। पहला कदम, घटनाओं और अनियंत्रित यात्रियों से निपटने संबंधी नीतियों में बदलाव करना और प्रभावित यात्रियों की सहानुभूतिपूर्वक सहायता के लिए चालक दल को बेहतर ढंग से प्रशिक्षित करना। दूसरा, उड़ान में शराब की सेवा पर एयरलाइन नीति की समीक्षा करना। तीसरा, आतंरिक समिति की बैठक को लेकर डीजीसीए के निर्देश के मुताबिक बदलाव करना, विमान के चालक व वरिष्ठ क्रू सदस्य को आईपैड उपलब्ध कराना ताकि वह इस तरह की घटनाओं को शीघ्रता से दर्ज करा सकें और समयबद्घ तरीके से निर्णय किये जा सके। एयर इंडिया इस संदर्भ में नया सफ्टवेयर भी लगा रही है। इससे घटनाओं को कागजों में दर्ज कराने की पुरानी व समय लगने वाली प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा है कि एयर इंडिया प्रभावित यात्रियों की लगातार सहायात करता रहा है और उनका हित सुनिश्चित करता रहा है। उपरोक्त घटनाक्रम के बारे में भी कंपनी का दावा है कि उसने 27 नवंबर को शिकायत प्राप्त करने के बाद लगातार प्रभावित यात्री के साथ पत्राचार किया और पीडिघ्ता के टिकट के पैसे भी वापस किये जिसकी प्राप्ति की पुष्टि भी 16 दिसंबर, 2022 को हुई थी।