आज होगी विधायक दल की बैठक, पायलट को भी बुलाया
ंनई दिल्ली, एजेंसी। । राजस्थान में सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बताया कि कल सुबह 10 बजे कांग्रेस विधायक दल की एक और बैठक बुलाई जाएगी। एक बार फिर सचिन पायलट के सभी विधायक साथियों से हमने अनुरोध किया है कि आइए और राजनीतिक यथास्थिति पर चर्चा कीजिए। अगर किसी व्यक्ति विशेष से कोई मतभेद है तो वो भी कहें।
इसके पहले सोमवार को भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अगुवाई में विधायक दल की बैठक आयोजित की गई थी। राजस्थान कांग्रेस विधायक दल की बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया कि भाजपा द्वारा लोकतंत्र का यह चीरहरण राजस्थान के 8 करोड़ लोगों का अपमान है, वे इसे स्वीकार नहीं करेंगे। विधायक दल की बैठक में यह भी कहा गया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और नेता राहुल गांधी के प्रति अपना विश्वास व्यक्त करते हैं और अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार का सर्वसम्मति से समर्थन करते हैं।
सचिन पायलट ने रविवार को दावा किया था कि गहलोत सरकार अल्पमत में है। 30 से अधिक कांग्रेस विधायकों ने उन्हें समर्थन दिया है। राजस्थान विधानसभा में कुल 200 विधायक हैं। वर्तमान दलीय स्थिति में कांग्रेस के खुद के 101 विधायक हैं, वहीं उसे बसपा से आए छह और राष्ट्रीय लोकदल के एक विधायक का समर्थन हासिल है। इस तरह उसके पास 108 विधायक हैं। हाल में हुए राज्यसभा चुनाव में उसे निर्दलीय और अन्य दलों के विधायकों को मिलाकर कुल 125 विधायकों का समर्थन मिला था।
वहीं, राजस्थान में भाजपा की बात करें तो यहां खुद भाजपा के 72 विधायक हैं और इसे समर्थन देने वाली पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन विधायकों के साथ इसके पास कुल 75 विधायक हैं। ऐसे में निर्दलीय और अन्य विधायकों को छोड़ भी दिया जाए तो सिर्फ कांग्रेस और भाजपा के विधायकों के बीच ही 29 का अंतर है। स्थिर सरकार के लिए भाजपा को कम से कम 35 विधायकों का समर्थन चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बताया कि कल सुबह 10 बजे कांग्रेस विधायक दल की एक और बैठक बुलाई जाएगी। एक बार फिर समेत सचिन पायलट के सभी विधायक साथियों से हमने अनुरोध किया है कि आइए और राजनीतिक यथास्थिति पर चर्चा कीजिए। अगर किसी व्यक्ति विशेष से कोई मतभेद है तो वो भी कहें। भारतीय ट्राइबल पार्टी ने विधानसभा में विश्वास मत की स्थिति में अपने दो विधायकों को पत्र जारी कर निर्देश दिया है। भारतीय ट्राइबल पार्टी ने दोनों विधायकों को लिखे पत्र में कहा है कि फ्लोर टेस्ट की स्थिति में पार्टी के दोनों विधायक न भाजपा को वोट देंगे न ही कांग्रेस को वोट करेंगे। इसके साथ ही पत्र में यह भी लिखा गया कि सचिन पायलट के समर्थन में भी वोट नहीं करेंगे।
पांच नेताओं ने सचिन से की बात, पायलट ने रखी ये शर्त
नई दिल्ली। राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के छाये संकट को सुलझाने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्घ्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गाधी ने मोर्चा संभाल लिया है।
इस बारे में उन्होंने राजस्घ्थान कांग्रेस के अध्घ्यक्ष और उप मुख्घ्यमंत्री सचिन पायलट से बात की है। उनकी शिकायतों को सुलझाने के लिए एक पर्यवेक्षक जयपुर भेजा है। सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के अलावा अहमद पटेल, पी चिदंबरम और केसी वेणुगोपाल जैसे अन्य वरिष्ठ नेताओं ने स्थिति को सुझाने के लिए सचिन पायलट से बात की है और उन्हें जयपुर में पर्यवेक्षकों से बात करने के लिए कहा गया है। ज्ञात हो कि गहलोत के शक्ति प्रदर्शन के बाद ये बात सामने आई थी कि सचिन पायलट ने अपनी ओर से कुछ शर्तें रखी हैं। इससे पहले दिन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि अगर पार्टी में कोई भी परेशान है, तो उन्हें पार्टी के सदस्यों के साथ चर्चा करके इसका हल निकालना चाहिए।
उमा ने राजस्थान के हालात के लिए राहुल को माना जिम्मेदार
सीहोर। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता उमा भारती ने कहा कि मध्य प्रदेश में जो घटा और राजस्थान में जो घटेगा, उसके लिए राहुल गांधी जिम्मेदार हैं, क्योंकि वह युवा नेताओं को कांग्रेस में पनपने नहीं देते हैं। राहुल गांधी पार्टी में जिस प्रकार का माहौल बना देते हैं, उससे फूट पड़ती है और उस फूट को नियंत्रित करने का सामघ्र्थ्य राहुल में नहीं है। भगवान महाकाल के दर्शन कर सीहोर पहुंचीं उमा भारती प्राचीन चिंतामन गणेश मंदिर में पूजा-अर्चना कर वापस भोपाल लौट गई। उमा भारती ने कहा कि राहुल गांधी अपने नेताओं को संभाल नहीं पा रहे हैं और दोषी हमें ठहराते हैं। यह तो वही बात हो गई- नाच न जाने, आंगन टेढ़ा। उमा ने कहा, राहुल गांधी को अपनी पार्टी के युवा नेताओं से जलन होती है। उन्हें लगता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट जैसे पढ़े-लिखे को बड़े पद दिए गए तो कांग्रेस में वह (राहुल) पीटे रह जाएंगे। उनकी इसी ईष्र्या की शिकार पूरी कांग्रेस पार्टी हो गई है।उन्होंने कहा कि सचिन पायलट या अन्य कोई भी कांग्रेस नेता भाजपा में आएगा तो पार्टी उनका सम्मान करेगी, क्योंकि भाजपा में सबके लिए स्थान है। यहां किसी से ईष्र्या नहीं होती। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी की ईष्र्या ही कांग्रेस के विनाश का कारण है। जब तक गांधी परिवार कांग्रेस में दखल देना बंद नहीं करेगा। तब तक ऐसा ही होता रहेगा।उमा भारती ने कहा कि मलहरा से विधायक रहे प्रद्युम्न सिंह लोधी भाजपा के ही थे। उन्हें पिछली बार भाजपा से टिकट नहीं मिला था इसलिए वह कांग्रेस में चले गए थे।