हनुमान जयन्ती पर अखंड रामायण पाठ शुरू
चमोली : मान्यता है कि राम-रावण युद्ध के दौरान जब मेघनाथ के प्रहार से लक्ष्मण मूक्र्षित हो गए थे, तो सुषेण वैद्य ने हनुमान को द्रोणांचल पर्वत शिखर से संजीवनी बूटी लाने को कहा था। जिसके बाद वीर हनुमान लंका से द्रोणागिरी पर्वत के लिए रवाना हुए। धार्मिक मान्यता है कि अपने पूरे यात्रा मार्ग में वे बस एक ही बार औली संजीवनी शिखर पर जमीन में रुके थे। यहां पर उतरकर हनुमान ने द्रोणागिरी पर्वत की दिशा का अंदाजा लगाया और फिर संजीवनी लेने आगे बढ़े। यहां पर हर साल अखंड रामायण में भाग लेने बड़ी तादात में भक्त पहुंचते हैं। इस अवसर पर नागेन्द्र सकलानी, वैभव सकलानी, अनिल सकलानी आदि मौजूद रहे। वैभव सकलानी ने बताया कि मंगलवार से शुरू हुआ अखंड रामायण का पाठ बुधवार तक चलेगा। (एजेंसी)