खेती बर्बाद कर रहे आवारा गोवंश, किसानों में आक्रोश
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: भाबर क्षेत्र के लोगों ने शहर में लगातार बढ़ रहे अवारा पशुओं के आतंक से निजात दिलवाने की मांग की है। कहा कि आवारा पशु काश्तकारों के खेतों में घुसकर उनकी फसल को बर्बाद कर रहे हैं। पूर्व में शिकायत के बाद भी शासन-प्रशासन समस्या को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहा।
शुक्रवार को भाबर क्षेत्र में बैठक का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने कहा कि शहर में पिछले कुछ माह से लगातार आवारा गोवंशों का आतंक बढ़ता जा रहा है। रात के समय आवारा पशु काश्तकारों के खेतों में घुसकर उनकी फसल को बर्बाद कर रहे हैं। ऐसे में काश्तकारों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। हालत यह है कि कई काश्तकार रात के अंधेरे में फसलों की रखवाली करने को मजबूर हो रहे हैं। आवारा पशुओं के लिए के संरक्षण के लिए काशीरामपुर तल्ला में बनाई गई गौशाला भी केवल सफेद हाथी बनकर रह गई है। यही नहीं आवारा गोवंश राह चलते लोगों के लिए भी खतरा बन रहे हैं। आवारा गोवंश अब तक सैकड़ों लोगों पर हमला कर उन्हें चोटिल भी कर चुके हैं। लगातार बढ़ रही समस्या के बाद भी जिम्मेदार स्टिम गंभीरता नहीं दिखा रहा। क्षेत्रवासियों ने जल्द समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। कहा कि कश्तकारों की अनदेखी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मौके पर शांति देवी, मुन्नी देवी, गजेंद्र रावत, महेश कुमार, रचना देवी आदि मौजूद रहे।