मौन पालन को स्वरोजगार के रूप में अपनाने की अपील
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : सुमति फाउंडेशन की ओर से नेशनल बी बोर्ड कृषि मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से दो दिवसीय जिला स्तरीय सेमीनार आयोजित किया गया। इस दौरान उपस्थित लोगों से योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की। साथ ही मौन पालन को स्वरोजगार के रूप में अपनाने की अपील की।
सेमीनार में मौन विशेषज्ञ डॉ. सुरेन्द्र सिंह सैनी ने वैज्ञानिक तरीके से मौन पालन करने से (जलोटों में बॉक्स) किस तरह से शहद के उत्पादन बढ़ाने एवं एक जलोटे से दो जलोटें बनाने की जानकारी दी। उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के गोपी चन्द ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मौन योजनान्तर्गत 80 प्रतिशत अनुदान पर मौन बॉक्स दिए जाते है। ताकि अधिक से अधिक किसानों तथा बेरोजगार युवाओं को इस योजना से जोड़ा जा सके। यह योजना अधिक से अधिक बेरोजगार युवाओं को मधुमक्खी पालन से जोड़ेगी और शहद उत्पादन बढ़ाएगी। कृषि विभाग के सुभाष चन्द चौहान ने कृषि विभाग द्वारा मौन पालन विकास की योजनाओं के बारे में बताया। सेमीनार में 75 महिला/पुरूषों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान किये गये। सेमीनार में 203 महिला/पुरूषों ने प्रतिभाग किया। इस मौके पर रिटायर सूबेदार मेजर गोविन्द सिंह, विक्रम सिंह गुसांई, विनोद कुमार गुसांई, साक्षी, मुकेश घिल्डियाल, डॉ. प्रियंका, चमन सिंह आदि मौजूद थे।