असत्य पर हुई सत्य की जीत, धू-धू कर जला रावण
ग्रास्टनगंज में जला रावण का पुतला
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोटद्वार क्षेत्र में अधर्म पर धर्म, असत्य पर सत्य व बुराई पर अच्छाई के विजय का पर्व विजयदशमी पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। ग्रास्टनगंज स्थित दशहरा मैदान में रावण के पुतले का दहन किया गया। कोरोना महामारी के मद्देनजर मैदान में जनता का प्रवेश निषेध रहा। रविवार को ग्रास्टनगंज स्थित दशहरा मैदान में रावण का पुतला दहन किया गया। जैसे ही राम ने रावण के पुतले का दहन किया, पूरा दशहरा मैदान जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा। इस मौके पर सुरक्षा व लोगों की सुविधा को लेकर पुलिस व प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद दिखे। सुबह से ही अधिकारियों द्वारा मेला स्थल का निरीक्षण किया जा रहा था।
विजयदशमी के दिन भगवान रामचंद्रजी के लंका पर चढ़ाई करने के लिए प्रस्थान करते समय शमी वृक्ष ने भगवान की विजय का उद्घोष किया था। आज ही के दिन रामचंद्र जी ने रावण का वध करते हुए असत्य पर सत्य की जीत दिलाई थी। नगर में श्री रामलीला कमेटी मालवीय उद्यान, गढ़श्री रामलीला कमेटी आमपड़ाव व बाल राम लीला कमेटी द्वारा ग्रास्टनगंज स्थित मैदान में रावण का पुतला दहन सांय लगभग 6 बजे किया गया। श्री रामलीला कमेटी के अध्यक्ष विवेक अग्रवाल ने दशहरा पर्व के सफलता पूर्वक मनाये जाने पर समस्त पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और समस्त जन प्रतिनिधियों व पुलिस प्रशासन को सहयोग करने का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में वह मेले को लेकर बेहतर तैयारी करेंगे और भव्य रूप देने की कोशिश करेंगे।
दशहरा (विजयदशमी) हिन्दुओं का एक प्रमुख त्यौहार है। अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को इसका आयोजन होता है। भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। इसीलिए दशमी को विजयादशमी के नाम से जाना जाता है। दशहरा वर्ष की तीन अत्यन्त शुभ तिथियों में से एक है, अन्य दो हैं चैत्र शुक्ल की एवं कार्तिक शुक्ल की प्रतिपदा। लोग इसी दिन नया कार्य प्रारम्भ करते हैं और शस्त्र-पूजा की जाती है। बताया जाता है कि प्राचीन काल में राजा लोग इस दिन विजय की प्रार्थना कर रण-यात्रा के लिए प्रस्थान करते थे। इस दिन जगह-जगह मेले लगते हैं व रामलीला का आयोजन होता है। रावण का विशाल पुतला बनाकर उसे जलाया जाता है। दशहरा अथवा विजयदशमी भगवान राम की विजय के रूप में मनाया जाता हैं। इस अवसर पर मुख्य अतिथि लैंसडौन विधायक दलीप रावत ने कहा कि भगवान राम की जीत का जश्न आज पूरे देश में मनाया जाता है। जो असत्य पर सत्य की जीत को दर्शाता है। इस मौके पर कमेटी के अध्यक्ष विवेक अग्रवाल, धर्मवीर गुसांई, सुनील गोयल, पंकज भाटिया, हरीश बहरानी, सुमित अग्रवाल, दिनेश अग्रवाल, अनुरोध सेमवाल आदि मौजूद थे।
मेले को लेकर पुलिस व प्रशासन रहा मुस्तैद
कोटद्वार। दशहरा पर्व के अवसर पर स्थानीय प्रशासन व पुलिस को रविवार को सुबह से ही कमर कसके रहना पड़ा। पुलिस प्रशासन ने ग्रास्टनगंज और कलालघाटी दशहरा ग्राउण्ड पर आने-जाने वाली सड़को पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम सुबह से ही कर दिये थे। भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में पुलिस ने बार-बार गस्त जारी रखी। दशहरा पर्व में किसी तरह का व्यवधान न हो। सीओ अनिल जोशी ने बताया कि कोतवाली क्षेत्र में दो जगह ग्रास्टगंज और कलालघाटी में दशहरा पर्व मनाया गया। जहां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिये गये थे। पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए जगह-जगह पर बैरिकेटीक भी की थी।
सूनसान रहा दशहरा मैदान
कोटद्वार। दशहरे मेले में जहां पिछले साल तक ग्रास्टनगंज स्थित मैदान में दुकानें सजी रहती थी, लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते दशहरा मेले का आयोजन नहीं किया गया। बीते वर्षों तक जिस दशहरा मैदान में रामनवमी से एक दिन पूर्व ही दुकानें सजनी शुरू हो जाती थी, इस वर्ष मैदान में सन्नाटा पसरा हुआ था। बीते साल तक रावण के साथ ही मेघनाथ का पुतला भी जलाया जाता था, लेकिन इस बार श्री रामलीला कमेटी मालवीय उद्यान, गढ़श्री रामलीला कमेटी आमपड़ाव व बाल राम लीला कमेटी द्वारा रावण का पुतला जलाया गया। पहले रामलीला कमेटी मालवीय उद्यान और गढ़ श्री बाल रामलीला कमेटी आमपड़ाव में रावण के पुतले लगाती थी। लेकिन, इस बार बाल रामलीला कमेटी की ओर से पुराने सिद्धबली मार्ग की ओर से भी पुतला दहन की अनुमति प्रशासन से मांगी गई थी।
52 फुट ऊंचा था रावण का पुतला
कोटद्वार। श्री रामलीला कमेटी मालवीय उद्यान द्वारा इस बार भी रावण का 52 फुट ऊंचा पुतला कोटद्वार में ही बनवाया गया है। इस बार रावण के पुतले में पिछले वर्ष की अपेक्षा ज्यादा पटाखें लगाये गये थे। श्री रामलीला कमेटी के महामंत्री धर्मवीर गुंसाई ने बताया कि इस बार 52 फुट ऊंचा रावण का पुतला बनाया गया था। आतिशबाजी करने के लिए बाहर से बुलाया गया है।
सोशल डिस्टेसिंग की उड़ी धज्जियां
कोटद्वार। रविवार को ग्रास्टनगंज स्थित शहरा मैदान में रावण दहन के दौरान लोगों की काफी भीड़ जुट गई। जिसमें लोग सोशल डिस्टनसिंग की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। लोगों ने मास्क भी नहीं लगा रखे थे। जिससे बीमारी फैलने की आशंका बढ़ रही हैं। प्रशासन ने रामलीला कमेटी को पुतला दहन के दौरान 100 लोगों की अनुमति दी थी, लेकिन वहां दो सौ से अधिक लोगों की भीड़ जमा हो रखी थी। लोग बिना मास्क लगाए ही वहां पहुंचे थे। वही भीड़ में लोग सोशल डिस्टनसिंग का पालन भी नहीं कर रहे हैं। हालांकि पुलिस ने गाड़ीघाट तिराहे पर दशहरा मैदान जाने वाले लोगों को रोककर रखा, लेकिन इसके बावजूद भी मैदान में सैकड़ों लोग पहुंच गये। प्रशासन की ओर से मैदान में केवल समिति के सदस्यों को ही प्रवेश के आदेश दिए गए थे। आम जनता का प्रवेश पूरी तरह निषेध था।