बरसाती नदी व गाड़-गदेरों के किनारे बसे गांवों की सूची तत्काल उपलब्ध करवाएं: डीएम
संवाददाता, नई टिहरी। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे ऐसे गांवों की सूची बनाकर तत्काल उपलब्ध करवाएं जो बरसाती नदी व गाड़-गदेरों के किनारे बसे हैं और बरसात में जिन स्थानों पर आपदा का खतरा बना रहता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके पास वर्तमान में जो संसाधन जिस हालत में हैं उनकी सूची तैयार कर समय पर कंट्रोल रूम में उपलब्ध करवा दें। जिला सभागार में मानसून पूर्व तैयारियों को लेकर अधिकारियों की बैठक लेते हुए जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि सभी अधिकारी एक सप्ताह के भीतर अपने अधीनस्थ कर्मचारियों की सूची मोबाइल नंबर सहित आपदा कंट्रोल रूम को उपलब्ध करवा दें। सड़क निर्माण से जुड़े विभागों को संवेदनशील स्थानों का चिन्हीकरण करते हुए उसकी सूची उपलब्ध करवाने के साथ ही साइन बोर्ड, क्रश बैरियर व पैराफिट मानसून शुरू होने से पहले पूरे करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि आपदा के दौरान पुश्ते ढहने की ज्यादा शिकायतें प्राप्त होती है इस संबंध में उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि वे समस्त खंड विकास अधिकारियों को मनरेगा से इनका तत्काल निर्माण करवाएंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में कहीं पर भी पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त होने पर लाइन की मरम्मत की समस्त जिम्मेदारी जल संस्थान की होगी। जनपद में मानसून के दौरान संचार सेवाएं निर्बाध रूप से चलती रहे इसके लिए जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राजस्व निरीक्षकों के माध्यम से सभी संचार टावरों का भौतिक निरीक्षण कर वहां डीजल की स्थिति एवं बैटरी चार्जिंग संबंधी जानकारियां उपलब्ध कराएंगे। आपदा के दौरान किसी भी प्रकार की क्षति जैसे जीव या अन्य नुकसान के संबंध में केवल प्रतिशत में ही आंकड़े प्रस्तुत ना करें, बल्कि मौके पर जाकर वास्तविक वस्तु स्थिति का जायजा लें।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेंद्र सिंह रावत, मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक रुहेला, वरिष्ठ कोषाधिकारी रोमिल चौधरी, परियोजना निदेशक डीआरडीए भारत चंद्र भट्ट, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. पीएस रावत, मुख्य शिक्षा अधिकारी एसपी सेमवाल, जिला उद्यान अधिकारी डॉ. डीके तिवारी आदि मौजूद थे।