जीवन जीने का तरीका बताती है भागवत : ममगाईं
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : आचार्य शिव प्रसाद ममगाईं ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा मनुष्य को बेहतर जीवन जीने का तरीका बताती ही। एक बेहतर सोच का व्यक्ति ही बेहतर समाज का निर्माण कर सकता है।
द्वारीखाल में ब्लाक प्रमुख महेंद्र राणा के पित्रों की स्मृति में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा का वाचन करते हुए आचार्य ममगाईं ने यह बात कही। कहा कि हमारा भागवत कथा मनुष्य को जीने का तरीका बताती है। संसार में केवल ईश्वर का नाम ही सत्य है। वेद ऐसा गाते हैं कि वही तू है (तत्वमसि), जल और जल की लहर की भांति उसमें और तुझमें कोई भेद नहीं है। ईश्वर न तो दूर है और न अत्यंत दुर्लभ ही है। सच्चे मन से ईश्वर की भक्ति करने वाले व्यक्ति के समस्त कष्ट दूर हो जाते हैं। इस मौके पर ब्लाक प्रमुख कल्जीखाल बीना राणा, सरिता राणा, सुदर्शन जुयाल, दीपक गौड़, हिमांशु मैठानी, अंकित केमनी, अर्जुन पटवाल, संजीव जुयाल आदि मौजूद रहे।