भारत माता की सीमाएं हमारे जांबाजों के हाथों में सुरक्षित: ध्यानी
भारत विकास परिषद व गढ़वाल पूर्व सैनिक लीग ने शहीदों को दी श्रद्धाजंलि
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। भारत विकास परिषद् कोटद्वार, गढ़वाल पूर्व सैनिक लीग कोटद्वार ने चीन के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए 20 सैनिकों को श्रद्धाजंलि अर्पित की। ले. कर्नल बुद्धि बल्ल्भ ध्यानी ने नेताओं से सैन्य गौरव को कम करने वाली बयानबाजी से बाज आने की अपील की। चीन ने धोके से हमें क्षति पहुंचाई। चीनी सेना हमसे टक्कर में कहीं भी खड़ी नहीं हो सकती है। इसलिए सबको सचेत रहना है और चीन की सभी सामग्री का बहिष्कार करना है। उन्होंने कहा कि देश के जवानों व उनके परिवार जनों के मनोबल बढ़ाने में हम सभी को सहयोग करना चाहिए। भारत माता की सीमाएं हमारे जांबाजों के हाथों में सुरक्षित है।
शोक सभा में परिषद् के अध्यक्ष गोपाल बंसल ने कहा कि लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सेना द्वारा धोखे से किये गए हमलों से अपने देश की रक्षा के लिए भारतीय सेना के 20 सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुति दी। उनकी शहादत बेकार नहीं जाएगी। सभा में अन्य वक्ताओ ने कहा कि चीन ने भारत की अस्मिता पर हमला किया है। चीन की इस नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने की जरूरत है ताकि भविष्य में चीन ऐसी हरकत न कर सके। उन्होंने जनता से चाइना में बना हुआ सामान न खरीदने की अपील की। सभा में कैलाश चन्द्र अग्रवाल, सेवक राम मनुजा, विष्णु कुमार अग्रवाल, तोताराम पांथरी, श्याम सुंदर अग्रवाल, आदि ने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर अध्यक्ष गोपाल बंसल, सचिव श्याम सुंदर अग्रवाल, कैलाश चन्द्र अग्रवाल, सेवक राम मनुजा, विष्णु कुमार अग्रवाल, तोताराम पंथारी, राजेन्द्र जखमोला, राजदीप माहेश्वरी, हरीश मैंदोला, राधेश्याम शर्मा, मोहन सिंह रावत, सुरेन्द्र गोयल, सुभाष नैथानी आदि उपस्थित रहे।
वहीं गढ़वाल पूर्व सैनिक लीग के सभागार में ले. कर्नल बुद्धि बल्ल्भ ध्यानी (अ0प्रा0) की अध्यक्षता में शोक सभा का आयोजन किया गया। श्रद्धाजंलि देने वालों में लीग के संरक्षक ले. कर्नल बीएस गुसांई, विंग कमांडर बीपीएस रावत, मेजर एमएस नेगी, सहायक सचिव सूबेदार मेजर दान सिंह, सूबेदार भारत सिंह, सूबेदार गोविन्र्द ंसह आदि शामिल थे।