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‘जिसने मेरी तारीफ की, बीजेपी ने उसको सजा दी’, सीएम गहलोत बोले- वसुंधरा राजे को भी तकलीफ उठानी पड़ी

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जोधपुर, एजेंसी। राजस्थान में चुनावी माहौल के बीच अब राजनीतिक हलचलें तेज होने लगी हैं। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने चुनावी जनसंपर्क के तहत जोधपुर पहुंचकर कहा कि भाजपा खेमे से जिस-जिसने उनकी तारीफ की है, पार्टी ने उनको सजा दी है।
अशोक गहलोत ने कहा कि मेरे कारण वसुंधरा राजे और कैलाश मेघवाल के साथ सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास को तकलीफ हुई। गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर भी जुबानी हमला बोला है। अशोक गहलोत ने कहा कि लोग बचपन से ही मेरी फकीरी को देख चुके हैं। 40 साल से सर्किट हाउस में रुक रहा हूं। जो फ्लैट एमपी और एमएलए सभी के पास होते हैं, वो मेरे पास भी हैं, जो रहने लायक नहीं हैं। मोदी ने कहा था कि मैं अशोक गहलोत से ज्यादा ईमानदार हूं। तब मुझे कहना पड़ा कि मैं आपसे ज्यादा फकीर हूं। वह प्रधानमंत्री हैं और मैं एक राज्य का मुख्यमंत्री हूं।
अशोक गहलोत ने जोधपुर से जनसंपर्क का आगाज किया है। जोधपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से रूबरू होते हुए अशोक गहलोत ने टिकट वितरण को लेकर कहा कि मेरे कारण वसुंधरा राजे और कैलाश मेघवाल के साथ सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास को तकलीफ हुई।
गहलोत ने सूर्यकांता व्यास की सूरसागर से टिकट काटे जाने पर कहा कि जिन्होंने मेरी तारीफ की और अच्छा व्यवहार किया, उन्हें भाजपा ने सजा दी। अब जीजी को भी सजा मिल गई। मेरे बारे में दो बार कमेंट कर दिया, आशीर्वाद दे दिया और इसके लिए सजा दी गई। सूर्यकांता की इस उम्र में और भी लोग टिकट ले रहे हैं।
सात सांसदों को मैदान में उतार देने पर गहलोत ने पूछा कि क्या भाजपा के पास एक भी कार्यकर्ता नहीं है। बीजेपी में टिकट वितरण को लेकर हुए विवाद पर तंज कसते हुए सीएम ने कहा कि पार्टी में घमासान हो रहा है। प्रदेश में पहली बार ऐसा देखा जा रहा है कि तोड़फोड़ और आगजनी के साथ अर्थी निकल रही है। गुजरात मॉडल को लेकर जो राजस्थान में प्रयास किया गया था, वो फेल हो गया है।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधा। उन्होंने संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी से जुड़े मामले में करोड़ों रुपये के घोटाले में शेखावत के बयानों का जिक्र करते हुए कहा कि यदि वह दोषी नहीं हैं तो वह जमानत लेने क्यों गए? केंद्रीय मंत्री को डरपोक बताते हुए उन्होंने एसओजी के पेश किए गए चालान पर रोक लगाने को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर किये जाने की बात कही है।
गहलोत ने कहा कि केंद्रीय मंत्री एक बहुत बड़ा पोर्टफोलियो होता है, लेकिन इसका लाभ राजस्थान की जनता को नहीं मिला। ईआरसीपी को शेखावत राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं करवा पाए।

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