उत्तराखंड

बीटेक, बीएससी और एलएलबी डिग्रीधारक भी प्रधान बनने को आजमा रहे किस्मत

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रुड़की । इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में शैक्षिक योग्यता को लेकर नियम बनाए गए तो पढ़े-लिखे प्रतिनिधि सामने आए। इस चुनाव में प्रधान पद के लिए बीटेक, बीएससी और एलएलबी डिग्रीधारक अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इस बदलाव से ग्रामीणों में विकास की उम्मीद जगी है। हालांकि पढ़े लिखे प्रत्याशी लोगों की पसंद बन पाते हैं या नहीं, इसका फैसला तो 28 सितंबर को ही हो पाएगा।
इस बार निर्वाचन आयोग ने प्रधान पद के लिए नामांकन करने वाले किसी भी पुरुष प्रत्याशी के लिए पढ़ाई कम से कम 10वीं पास होने और महिला के लिए आठवीं पास होने की शर्त लगाई है। इस शर्त के चलते बहुत से दावेदार बाहर हो गए तो बहुत से पढ़े-लिखे दावेदार सामने आए हैं। इस बार 45 ग्राम पंचायत सीटों पर 291 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें से अधिकतर 10वीं या आठवीं पास ही हैं।
वहीं इस बार बीटेक, बीएससी, एलएलबी, स्नातक व परास्नातक वाले प्रत्याशी भी प्रधानी में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। बता दें कि इस बार 22 प्रत्याशी बीए, 17 एमए की डिग्रीधारक है, जबकि 12 प्रत्याशी बीटेक और बीएससी किए हुए हैं। दो प्रत्याशी एलएलबी करके मैदान में उतरे हैं। बेलड़ा से प्रधान पद के प्रत्याशी शाहनवाज बीटेक किए हुए हैं। उनका कहना है कि अब ग्राम पंचायत को पढ़े-लिखे प्रधान की जरूरत है।
ऐसे में ग्रामीणों के कहने पर वह मैदान में उतरे हैं। इसी तरह बाजूहेड़ी से जीनत बीएससी, बाजूहेड़ी से ही रितम एमए और किरण बाला सैनी बीए पास हैं। इसके अलावा बेलड़ा से योगेश कुमार बीए और बेलड़ी साल्हापुर से राजेंद्र कुमार एमए पास हैं। इसके अलावा रसूलपुर से मदन लाल एलएलबी किए हुए हैं।
इस प्रत्याशियों के अनुसार प्रधान गांव का मुखिया होता है। इस लिहाज से उसे कम से कम स्नातक होना जरूरी है। ये सभी पढ़े-लिखे प्रत्याशी प्रचार के दौरान अपनी शिक्षा जरूर गिनवा रहे हैं। हालांकि अब देखना यह है कि राजनीतिक दौड़ में ये प्रत्याशी प्रतिद्वंद्वी को पछाड़ पाते हैं या फिर स्वयं धराशायी हो जाते हैं।

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