चमोली में बारिश से कई गांवों में बत्ती गुल, पेयजल संकट
चमोली। चमोली जिले में बीती रात को हुई भारी बारिश से मकानों, गोशाला और ग्रामीण पैदल रास्तों को नुकसान पहुंचा है। कई गांवों में बिजली भी गुल है, वहीं पीने के पानी का संकट भी बना हुआ है। बीती रात से जारी बारिश मंगलवार सुबह थमी। जिले के तहसील चमोली क्षेत्रांतर्गत सबसे ज्यादा 105.00 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई, जबकि तहसील जोशीमठ में 22.4 मिमी, कर्णप्रयाग में 10.00 मिमी, पोखरी में 34.00 मिमी, थराली में 21.00 मिमी, गैरसैंण में 24.00 मिमी और घाट में 19.00 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। जिले की प्रमुख नदियों में अलकनंदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 957.42 मीटर के सापेक्ष 954.40 मीटर, नंदाकिनी नदी का जल स्तर खतरे के निशान 871.50 मीटर के सापेक्ष 868.38 मीटर और पिंडर नदी का जल स्तर खतरे के निशान 773.00 मीटर के सापेक्ष 769.27 मीटर के स्तर पर बह रही हैं। ये सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही है। अमृत गंगा पेयजल लाइन क्षतिग्रसत होने से गोपेश्वर नगर क्षेत्र एवं कोठियालसैंण में पेयजल आपूर्ति बाधित हुई है, जिसे जोड़ने का काम जारी है। विद्युत वितरण खंड गोपेश्वर क्षेत्रान्तर्गत विद्युत पोल क्षतिग्रस्त होने से कुहेड, रांगतोली, गोलिम, लासी, मजोठी, सेमडुग्रा, रोपा, मैठाणा, सैकोट, घुडसाल, लस्यारी, चमोली और मंडल घाटी में विद्युत बाधित हुई है। वहीं, तहसील चमोली, जोशीमठ और घाट में दूरसंचार सेवा भी बाधित है। बैरांगना में मत्स्य विभाग की चाहरदीवारी क्षतिग्रस्त होने से पानी के बहाव के कारण लगभग एक कुंतल मछली की मौत हुई है। राइंका बैरांगना परिसर में मलबा आया है। मठ-ठेली और ग्वाड गांव में नौ घरों को नुकसान पहुंचा है। पलेठी में पेयजल लाइन टूटी है। सिरोली-मंडल में एक पैदल पुलिया का अबेटमेंट और गोपेश्वर पुलिस मैदान की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हुई है। चमोली बस स्टेशन के निकट पुलिस की गुमटी, एक दुकान का गोदाम और विद्युत पोल क्षतिग्रस्त हुआ है। सिरोखोमा गांव में तीन गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुई है।